दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इस समय अजीब सा मौसम हो गया है, जनवरी के महीने में पड़ रही मार्च जैसी गर्मी ने सबको चौंका दिया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदला-बदला नजर आ रहा है. इस बार जनवरी में भी मार्च जैसी गर्मी पड़ रही है. दिन में धूप की वजह से लोगों को बाहर तक निकलना मुश्किल हो रहा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से चल रही हवा ने जरूर लोगों को गर्मी से राहत दे रखी है. मौसम का यह रूप देखकर लोगों में हलचल है. लोगों का मानना है कि अगर जनवरी में गर्मी का ये हाल है तो मई-जून में तो इस बार भीषण गर्मी पड़ने वाली है. हालांकि मौसम विभाग ने इसको पश्चिमी विक्षोभ का असर बताया है. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई है.
मौसम में बदलाव का ये है कारण
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय हो जाने से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर प्रभाव पड़ेगा, जिसकी वजह से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. आईएमएडी के अनुसार बारिश के बाद एक बार फिर कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. मौसम विभाग ने इस दौरान घने कोहरे और शीत लहर का अलर्ट जारी किया है. तापमान की बात करें तो दिल्ली में कल यानी 26 जनवरी को दिन मौसम साफ और सुहाना रहा. इस दौरान दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा. कल पूरा दिन धूप खिली रही, लेकिन हवाओं की वजह से लोगों को गर्मी का अहसास नहीं हो पाया. वहीं, राजधानी के कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा छाए रहने के कारण विजिबिलिटी न के बराबर रही, जिसकी वजह से सड़कों पर वाहनों की हेडलाइट जली नजर आई और दूर-दूर तक जाम लगा है. आईएमएडी ने बताया कि आने वाले दो-तीन दिनों में मौसम में चेंज आएगा, जिससे बारिश होगी और सर्दी फिर बढ़ जाएगी.
इन राज्यों में बारिश के बाद बढ़ेगी सर्दी
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 29 जनवरी से 1 फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की व छिटपुट बारिश होगी. जबकि 30 जनवरी और 1 फरवरी को मैदानी इलाकों में भी झमाझम बारिश हो सकती है, जिसकी वजह से दिल्ली, यूपी, पंजाब जैसे राज्यों में सर्दी बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि देश के कुछ राज्यों ( त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड , मेघालय, असम, ओडिशा, बिहार और उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाया रह सकता है. जबकि राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में भीषण शीतलहर चल सकती हैं.