28 दिसम्बर, महाकुम्भ नगर। प्रयागराज में महाकुम्भ 2025 का आयोजन होने जा रहा है। विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन के कारण महाकुम्भ को लेकर तैयारियां भी विश्वस्तरीय हो रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ की दिव्य और भव्य महाकुम्भ की परिकल्पना को साकार करते हुए प्रयागराज में मंदिरों, गंगा जी के घाट, पार्क से लेकर सड़कों, फ्लाई ओवरों का निर्माण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कई नये और अनोखे अनुभव भी प्राप्त होंगे। इसी क्रम में यूपी टूरिज्म विभाग महाकुम्भ में पहली बार ड्रोन शो करवाने जा रहा है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र में संगम नोज पर ये अद्भुत नजारा श्रद्धालुओं को शाम के समय आकाश में देखने को मिलेगा।
ड्रोन शो में होगा महाकुम्भ और प्रयाग की पौराणिक कथा का प्रदर्शन
महाकुम्भ का आयोजन प्रत्येक बारह वर्ष पर होता है। महाकुम्भ 2025, 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुम्भ को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं। सीएम योगी की प्रेरणा से यूपी टूरिज्म विभाग महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को नये अनुभव देने का प्रयास कर रहा है। महाकुम्भ में यूपी टूरिज्म जहां एक ओर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, वाटर एक्टिविटी, हॉट एअर बैलून, लेजर लाइट शो जैसी गतिविधियां करवा रहा है तो वहीं दूसरी ओर महाकुम्भ में पहली बार ड्रोन शो का भी आयोजन करने जा रहा है। इस संबंध में जिला पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने कहा कि महाकुम्भ की शुरुआत और समापन के समय संगम नोज पर ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा। ये महाकुम्भ के यात्रियों और प्रयागराज वासियों के लिए एक नया और अनोखा अनुभव होगा। लगभग 2000 लाइटनिंग ड्रोन प्रयाग महात्म्य और महाकुम्भ की पौराणिक कथाओं का प्रदर्शन करेंगे। इसमें समुद्र मंथन और अमृत कलश निकलने के दृश्य का प्रदर्शन होगा। साथ ही प्रयाग के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को भी दर्शाया जाएगा।
2000 लाइटनिंग ड्रोन करेंगे संगम नोज के आकाश में प्रदर्शन
महाकुम्भ 2025 कई मायनों में अनोखा और अनूठा साबित होने जा रहा है। इस दिशा में यूपी टूरिज्म नये-नये प्रयोग कर रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह से काली घाट, यमुना की लहरों पर म्यूजिकल फाउंटेन लेजर शो शुरू होने जा रहा है। जो प्रयागराज आने वाले पर्यटकों के लिए एक अनोखा अनुभव होगा। साथ ही महाकुम्भ के दौरान लाइटनिंग ड्रोन शो भी पर्यटकों और प्रयागराज वासियों के लिए विशिष्ट अनुभव होगा। इसमें लगभग 2000 लाइटनिंग ड्रोन आपस में सिंक्रोनाइज होकर संगम नोज के आकाश पर अद्भुत दृश्य और रंग बिखेरेंगे। ये सभी रंग और दृश्य धार्मिक और आध्यात्मिक भाव के होंगे।