महाकुम्भनगर, 27 दिसम्बर : इस बार महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को घाट और आश्रमों तक पहुंचने में कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप महाकुम्भनगर के रास्तों की सटीक जानकारी श्रद्धालुओं को मिल सके, इसके लिए सिर्फ मेला क्षेत्र में 800 साइनेजेस लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक कुल मिलाकर 400 से अधिक साइनेजेस की स्थापना कर दी गई है, जबकि 31 दिसंबर तक सभी 800 साइनेजेस लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। प्रयागराज का पीडब्ल्यूडी विभाग युद्ध स्तर पर इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है। प्रतिदिन 100 साइनेजेस की स्थापना का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है।
विभिन्न भाषाओं में साइनेजेस की स्थापना
महाकुम्भ में देश के अलग-अलग प्रांतों से करोड़ों लोग आएंगे। इसके अतिरिक्त दुनिया के कई अन्य देशों से भी श्रद्धालु यहां संगम में आस्था की डुबकी लगाने और पुण्य कमाने के लिए आएंगे। ऐसे में भाषायी समस्या न आने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा गया है। इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी ने सीएम योगी के निर्देश पर विभिन्न भाषाओं में यहां साइनेजेस स्थापित किए हैं। इसमें हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं के साथ ही अन्य राज्यों की भाषाओं को भी प्रमुखता दी गई है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने बड़ी संख्या में लोगों के प्रयागराज आने की संभावनाओं को देखते हुए भाषायी समस्याओं को दूर करने के लिए निर्देश दिए थे। इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट की ओर से यह कदम उठाया गया है। इन साइनेजेस की मदद से किसी भी राज्य से आने वाले श्रद्धालुओं को घाट और आश्रमों तक पहुंचने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।
31 तक साइनेजेस और पांटून का काम होगा पूरा
पीडब्ल्यूडी प्रयागराज के मुख्य अभियंता, एके द्विवेदी ने बताया कि विभागीय टीम युद्ध स्तर पर साइनेजेस लगाने के कार्य में जुटी हुई है। केवल मेला क्षेत्र में 800 साइनेजेस लगाने का लक्ष्य था, जिसमें से 400 साइनेसेज स्थापित कर दिए गए हैं। प्रतिदिन 100 साइनेजेस स्थापित करने के लक्ष्य के साथ कार्य किया जा रहा है। हर हाल में पूरे मेला क्षेत्र में सभी 800 साइनेजेस लगाने का कार्य 31 दिसंबर से पहले पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी तरह पांटून ब्रिजों को भी तेजी से क्रियाशील किया जा रहा है। गुरुवार शाम तक 28 पांटून ब्रिज पूर्ण कर लिए गए हैं। किसी किसी ब्रिज में थोड़ा बहुत काम बाकी है, लेकिन जल्द ही इन सभी को क्रियाशील कर दिया जाएगा। शेष 2 ब्रिज भी 31 से पहले पूर्ण कर लिए जाएंगे।