जानें क्या बोले पाकिस्तानी नेता
फवाद चौधरी ने एक्स पर लिखा कि डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का सुनकर दुख हुआ है. जिस आर्थिक स्थिरता का भारत आज आनंद ले रहा है, वह काफी हद तक उनकी दूरदर्शी नीतियों के कारण ही साकार हो पाईं हैं. उनका जन्म झेलम के गाह गांव में हुआ है. उनका गांव अब पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब के चकवाल में पड़ता है. झेलम के बेटे का इतने बड़े मुकाम पर होना एक प्रेरणा है.
10 साल भारत के प्रधानमंत्री रहे, भारत को आर्थिक संकट से उबारा
बता दें, सिंह का जन्म 26 सितंब 1932 को अब के पाकिस्तान वाले हिस्से में हुआ था. उनकी शुरुआती शिक्षा गाह गांव में ही हुई. इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज और ऑक्सफॉर्ड विश्वविद्यालयों से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की. सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे.1991 में उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण की दिशा में ऐतािहासिक कदम उठाया. यह वही वक्त था, जब भारत आर्थिक संकट से जूझ रहा था. सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं.
- उन्होंने देश से लाइसेंस राज खत्म किया.
- उन्होंने वैश्विक आर्थिक मंचों पर भारत को प्रतिस्पर्धी बनाया.
- उन्होंने आर्थिक विकास के लिए नए रास्ते खोले.