उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एस्पिरेशनल इंडिया की बात की। देखिए, भारत के लोग निश्चित रूप से बहुत एस्पिरेशनल हैं। अगर हम व्यवसायों, उद्योगों, स्टार्टअप्स को देखें, तो वे बढ़ रहे हैं, क्योंकि लोग बढ़ना चाहते हैं। अब अगर लोग बढ़ेंगे, तो भारत बढ़ेगा। उन्होंने पूरी एक सदी की बात करते हुए कहा कि अगले 100 साल भारत के होंगे। इसलिए अगर मैं 100 साल में से पहले 20 साल भी देखूं, तो मुझे लगता है कि अगले 20 साल भारत के लिए पूरी तरह से बदलने वाले हैं। क्योंकि हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हमारे युवा हैं। जैसे-जैसे युवा बढ़ रहे हैं, शिक्षित हो रहे हैं, कुशल बन रहे हैं, वैसे-वैसे बदलाव आने वाला है।, अगर युवा कुशल नहीं होंगे, तो वे कुछ भी नहीं कर पाएंगे।”
उन्होंने कहा, “जो रोजगार पैदा होता है, वह कौशल से ही पैदा होता है। इसलिए मोदी जी कौशल भारत की बात कर रहे थे और भारत में कौशल ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि जैसे-जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में कौशल विकसित होंगे, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ऐसा नहीं है कि नौकरियां नहीं हैं। सच तो यह है कि लोगों में उन नौकरियों के लिए ज़रूरी कौशल की कमी है।”
उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे वे विकसित होंगे, नौकरियां भी बढ़ेगी और साथ ही, जैसा कि हम व्यवसाय और स्टार्टअप के बारे में बात कर रहे हैं, वे भी बढ़ेंगे और वे नौकरियां भी पैदा होंगी।”