लखनऊ। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान सम्पूर्ण राष्ट्र में गैर सरकारी सबसे बड़ी संस्था है। विद्या भारती देश के कोने – कोने में सरस्वती शिशु मंदिर और विद्या मंदिरो के माध्यम से संस्कार युक्त शिक्षा के साथ विद्या भारती अपने विद्यालयों में पढ़ने वाले भैया बहनों के सर्वागीण विकास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहती है। खेलों के माध्यम से शारीरिक विकास तथा बौद्धिक प्रतियोगितआंे द्वारा मानसिक एवं बौद्धिक विकास करने के लिए प्रयत्नशील है।
सेक्टर क्यू अलीगंज लखनऊ में आयोजित क्षेत्रीय तीन दिवसीय विज्ञान मेला की जानकारी देते हुए डॉ0 सौरभ मालवीय ने बताया की विज्ञान को बढावा देने तथा वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए विद्या भारती विद्यालय संकुल/जिला,प्रान्त,क्षेत्र तथा अखिल भारतीय स्तर तक की प्रतियोगिताएँ कराती हैं। यहाँ पर क्षेत्रीय स्तर की विज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गयी है। प्रश्न मंच प्रयोग , प्रदर्श , और पत्र प्रस्तुति जैसी चार विधाओं की प्रतियोगिताएँ होगी। प्रतियोगिताएँ चार वर्गो में शिशु,बाल,किशोर और तरूण में सम्पन्न होगी। विज्ञान मेले का विज्ञान शिक्षण व्यवस्था में क्या प्रभाव पड रहा है। इसके लिए सर्वे रिपोर्ट विद्यालय से लेकर अखिल भारतीय स्तर तक प्रस्तुत की जाती है।इस विज्ञान मेले में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 49 जनपदों से कुल 360 भैया बहन प्रतिभाग करेंगे। इन भैया बहनो के साथ उनके 60 संरक्षक आचार्य 70 निर्णायक तथा वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित रहेगे। इस मेले में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 8 समितियों के 14 विज्ञान सयोजक भी उपस्थित रहेगें। प्रतियोगित 15,16,17 अक्टूबर को सम्पन्न होगी।
15.10.2024 दिन मंगलवार को अपरान्ह 3ः00 बजे माननीय अजीत पाल जी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ0 नीरज बोरा जी तथा विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री माननीय हेमचन्द्र जी की गारिमामय में उदघाटन सत्र सम्मपन्न होगा। प्रतियोगिता के दूसरे दिन 16.10.2024 दिन बुधवार समय सांय 6ः00 से सायं 7ः30 बजे तक विज्ञान वार्ता का कार्यक्रम होगा जिसमें मुख्य अतिथि डॉ0 एच.पी.सिंह वैज्ञानिक एवं डॉ0 जी.पी. सिंह वैज्ञानिक कार्यक्रम में उपस्थित रहेगें।
समापन समारोह दिनांक 17.10.2024 दिन बृहस्पतिवार को प्रातः 10ः45 बजे विद्या भारती के अखिल भारती सह संगठन मंत्री मा0 यतीन्द्र शर्मा एवं सदस्य विधान परिषद श्रीमान पवन सिंह चौहान की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्या भारती की अध्यक्ष श्री दिव्यकान्त शुक्ल पूर्व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज करेंगे। इसी कार्यक्रम में मेडल और प्रमाणपत्र देकर विजेताओं को सम्मनित किया जायेगा। प्रतियोगिता में प्रथम प्राप्त स्थान प्राप्त बाल वैज्ञानिक दिनांक 13 से 17 नवम्ब्र तक होने वाली अखिल भारतीय प्रतियोगिता जयपुर (राजस्थान) में प्रतिभाग करेगे।
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान का कार्य 1952 से सरस्वती शिशु मन्दिर से प्रारम्भ हुआ यह विश्व का सबसे बडा गैर सरकारी शैक्षिक संगठन है। विद्या भारती का उददेश्य समाज के दीन दुःखी अभावग्रत और साधनहीन लोगों को शिक्षित करके स्वांवलम्बी बनाना है। हमारा ध्येय वाक्य (सा विद्या या विमुक्तये) है। विद्या भारती सम्पूर्ण देश में प्राथमिक माध्यमिक और उच्चशिक्षा के स्तरों पर कार्य करती है। इसके अतिरिक्त विद्या भारती संस्कार केन्द्र एवं एकल विद्यालयों के माध्यम से सवेदनशील क्षेत्रों के छात्रों को शिक्षा प्रदान करती है।
विज्ञान मेले का उददेश्य:-
विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रतिभा विकसित करने का अवसर प्रदान करने के लिए।
विज्ञान का समाज के विकास के साथ सम्बन्ध को बच्चों के ध्यान में लाने तथा उन्हें यह अनुभव करवाने के लिए कि वे कल के वैज्ञानिक हैं।
बच्चों मे उनके द्वारा तैयार किए जाने वाले प्रदशों के माध्यम से रचनात्मक अन्वेषण एवं संश्लेषण की क्षमता विकसित करने के लिए।
कक्षा कक्ष में विज्ञान के शिक्षण को प्रभावी बनाने के उददेश्य से।
सर्वसाधरण समाज में विज्ञान एवं वैज्ञानिक सोच को लोकप्रिय करने के लिए।
गणित-विज्ञान के क्षेत्र में भारत की प्राचीन एवं अर्वाचीन महान उपलब्धियों की जानकारी बच्चों तक पहुँचाते हुए उनमें अपने देश को उन्नत बनाने का संकल्प जागृत करने के लिए।
बच्चों को भारत की गौरवशाली संस्कृति का ज्ञान करवाने के उददेश्य से।