हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मेडिकल टीम के मुताबिक़ सर्जरी आख़िरी विकल्प है, उससे पहले वह कोशिश कर रहे हैं कि भारत के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ से पहले बिना सर्जरी के वह ठीक हो जाएं।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीसरे वनडे के बाद ही ग्रीन को पीठ में तकलीफ़ हुई थी और उसके बाद वह स्वदेश लौट आए थे। उनका इंग्लैंड में भी स्कैन हुआ था और फिर ऑस्ट्रेलिया लौटने के बाद भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मेडिकल टीम ने उनका स्कैन किया था। फ़िलहाल इस बात पर विचार किया जा रहा है कि बिना सर्जरी के उन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है लेकिन अब तक इसको लेकर कोई आधिकारिक प्लान नहीं आया है।
25 वर्षीय ग्रीन को इससे पहले भी चार बार स्ट्रेस फ़्रैक्चर से गुज़रना पड़ा है, हालांकि 2019 के बाद से उन्होंने अपना ध्यान सावधानीपूर्वक रखा है।
अगर सर्जरी होती है तो फिर उन्हें पूरे दौरे से ही बाहर होना पड़ेगा। लेकिन अगर बिना सर्जरी के उनका इलाज संभव हो पाया तो फिर वह सिर्फ़ बल्लेबाज़ के तौर पर खेल सकेंगे। हालांकि अब तक ये साफ़ नहीं है कि ऐसा होता है तो वह कब तक चयन के लिए उपलब्ध हो सकेंगे।
ग्रीन अगर उपलब्ध नहीं होते हैं तो फिर ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाज़ी क्रम में भी बदलाव करने होंगे। यह भी मुमकिन है कि उस परिस्थिति में स्टीव स्मिथ एक बार फिर नंबर-4 पर बल्लेबाज़ी करें।
अगर ग्रीन उपलब्ध नहीं होते हैं और स्मिथ नंबर-4 पर खेलते हैं तो फिर ऑस्ट्रेलिया के लिए शील्ड क्रिकेट से किसी सलामी बल्लेबाज़ को दल में शामिल करना होगा। इस दौड़ में मार्कस हैरिस, कैमरन बैनक्रॉफ़्ट और मैट रेनशॉ सबसे आगे हैं, क्योंकि स्मिथ के सलामी बल्लेबाज़ बनने से पहले ये सभी उस स्थान पर खेलने के दावेदार थे।