वैश्विक स्थिति काफी अधिक जटिल है
एक साक्षात्कार में ब्लेयर ने कहा कि आपको यह तय करना होगा कि आपका देश कहां फिट होता है क्योंकि वाले समय में दुनिया बहुध्रुवीय होने वाली है. उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल के वक्त की तुलना आज के वक्त के हिसाब से की जाए तो बहुत अंतर नजर आता है. आज की वैश्विक स्थिति काफी जटिल है. चूंकि उस वक्त सिर्फ अमेरिका ही एक प्रमुख महाशक्ति था.
उन्होंने समझाया कि चीन और भारत का उदय भू-राजनीति को नया रूप दे रहा है. इस वजह से समय दोबारा गठबंधनों और कूटनीतिक रणनीतियों के पुनर्मूल्यांकन की मांग करता है. ब्लेयर ने कहा कि आज आपको मजबूत गठबंधन बनाने होंगे. जिससे आप इन तीनों ही महाशक्तियों से सामान्य रूप से बात करने में सक्षम बनाए.
गाजा-इस्राइल पर भी बात किया
ब्लेयर ने वर्तमान में मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बारे में भी बात की. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इस्राइल और फल्सतीन के बीच शांति का एकमात्र रास्ता है और वह है दो राज्य सामाधान. उन्होंने कहा कि मेरे विचार में किसी भी सामाधान का मूल गाजा के लिए एक दिन बाद की योजना बनाना है, जिसे न तो इस्राइली रक्षा बल चलाए और न ही हमास.
उनका मानना है कि चीन शांति वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने बीजिंग से आग्रह किया कि उसे ईरान को नियमंत्रित करना पड़ेगा. उन्होंने दावा किया कि सात अक्टूबर को इस्राइल पर हुए हमले में ईरान भी शामिल था. बता दें, सात अक्टूबर से ही इस्राइल और हमास के बीच युद्ध जारी है.