बेंगलुरु में रविवार को बीसीसीआई की 93वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में उपस्थित सदस्यों ने मौजूदा सचिव जय शाह से अनुरोध किया कि वह अपने उत्तराधिकारी को खोजने की प्रक्रिया में तेजी लाएं ताकि इस बदलाव को सही तरीके से पूरा किया जा सके। हालांकि, नए सचिव के बारे में बात करना एजीएम का एजेंडा या प्रमुख मुद्दा नहीं था, लेकिन सभा में उपस्थित लोगों ने इस पर खुलकर बात की है।
जानकारी के अनुसार, जय शाह नवंबर के आखिरी दिनों में अपने पद से हट जाएंगे और 1 दिसंबर से तीन साल की अवधि के लिए आईसीसी के अध्यक्ष का पद संभालेंगे।
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, यह एक अनुरोध था कि सभी चीज सही समय पर होनी चाहिए, जिससे हमें एक स्पष्ट विजन मिल सके। मौजूदा हालात में दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रोहन जेटली, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष आशीष शेलार, संयुक्त सचिव देवजीत सैकिया और गुजरात क्रिकेट संघ के सचिव अनिल पटेल इस पद के लिए दौड़ में शामिल हैं।
एजीएम की प्राथमिकता आईसीसी बैठकों में भाग लेने के लिए भारत के दो प्रतिनिधियों का नामांकन था। वर्तमान में शाह आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई के प्रतिनिधि हैं और आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल का चीफ एक्जीक्यूटिव कमेटी में वही काम है। एजीएम ने सामान्य निकाय के सदस्यों को पदों के लिए जल्द से जल्द दो नामों की सिफारिश करने का काम सौंपा हैं।
अरुण धूमल और अभिषेक डालमिया को भी आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में सामान्य निकाय के प्रतिनिधि के रूप में चुना गया था, जिसमें पहले का कम से कम आईपीएल 2025 तक लीग के अध्यक्ष के रूप में बने रहना तय था।
आंध्र प्रदेश के पूर्व क्रिकेटर वी चामुंडेश्वरनाथ को भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने एक खिलाड़ी प्रतिनिधि के रूप में नामित किया गया था और उन्हें आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल में शामिल किया गया था।
एजीएम ने 2024-25 सीजन के लिए वार्षिक बजट को भी मंजूरी दे दी और सदस्यों ने सर्वसम्मति से एक सोसायटी के रूप में बीसीसीआई की कानूनी स्थिति को बनाए रखने का संकल्प लिया।