जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध हो या फिर गाजा में, वैश्विक समुदाय इसका समाधान चाहता है. हम लोग यहां ऐसे समय पर एकत्रित हुए हैं, जब दुनिया भर में संघर्ष जारी है. दुनिया अब तक कोविड से उबर नहीं पाई कि यूक्रेन में युद्ध शुरू हो गया. यूक्रेन में जारी युद्ध अपने तीसरे साल में है. गाजा में भी भीषण संघर्ष जारी है. संयुक्त राष्ट्र ने हमेशा कहा है कि शांति और विकास एक-दूसरे के पूरक हैं.
ग्लोबल साउथ में विकास योजनाएं पटरी से उतरीं
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अफसोस जताया कि पूरे ग्लोबल साउथ में विकास परियोजनाएं पटरी से उतर गईं हैं. विकास लक्ष्य से ग्लोबल साउथ पीछे होता जा रहा है. जयशंकर ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि पक्षपातपूर्ण व्यापारिक प्रथाओं ने रोजगार के लिए जोखिम खड़ा कर दिया है.
उन्होंने कहा कि अव्यावहारिक परियोजनाएं ऋण को बढ़ाती हैं. क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाला कोई भी प्रोजेक्ट रणनीतिक अर्थ हासिल कर लेता है. खासकर वह भी तब, जब यह कुछ सहमति से न हो. उन्होंने कहा कि दुनिया इस वक्त विखंडित, ध्रुवीकृत और निराश हैं.
लोगों का दुनिया भर से भरोसा उठा
उन्होंने आगे कहा कि जयशंकर ने आज की दुनिया में संवाद कठिन हो गया है और उससे कठिन आम सहमतियां हो गई हैं. आज शांति और समृद्धि दोनों ही समान रूप से खतरे में पड़ा हुआ है. ऐसा इसलिए है क्योकि लोगों का दुनिया भर से भरोसा उठ गया है. आज की दुनिया नाजुक, ध्रुवीकृत और हताश है. लोगों का भरोसा खत्म हो गया है. प्रक्रियाएं टूट चुकी है.