कावरेपालनचोक, ललितपुर और धनकुटा जिलों में कई दिनों लगातार बारिश जारी रहने के कारण हुए भूस्खलन में कई मकान ढह गए या बह गए।
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दान बहादुर कार्की ने कहा, शुक्रवार से बाढ़ और भूस्खलन की 175 से अधिक घटनाएं सामने आई हैं। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से जान-माल का नुकसान हुआ है।
पुलिस प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया, बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 400 लोग विस्थापित हुए हैं। काठमांडू समेत देश के ज्यादातर हिस्से भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं।
भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं। जल विज्ञान एवं मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार तक भारी बारिश का अनुमान जताया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार से ही नेपाल के कई हिस्से बारिश की वजह से जलमग्न हो गए हैं, जिसके चलते आपदा अधिकारियों ने कई नदियों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है।
नेपाल की नेशनल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीआरआरएमए) के प्रवक्ता बसंत अधिकारी ने बताया, पुलिस अन्य एजेंसियों और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लापता लोगों को बचाने और खोजने का काम कर रही है।
काठमांडू में नदियां उफान पर हैं, जिससे उनके किनारों के पास के घर जलमग्न हो गए हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब मैं आधी रात को बाहर गया तो पानी मेरे कंधों तक पहुंच गया था।