प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रंजीत यादव शुक्रवार शाम से ही लापता थे। उनके परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर तलाश शुरू की। शनिवार को लोकेशन के आधार पर पुलिस ने प्रतापपुर में कस्तूरबा गांधी स्कूल के पास सड़क से थोड़ी दूर पर महुआ के एक पेड़ से उसका शव लटकता पाया।
रंजीत यादव सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते थे। वह यादव महासभा के उपाध्यक्ष थे। वह प्रतापपुर में ही एक कंप्यूटर सेंटर भी चलाते थे। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। प्रतापपुर थाना के एक अधिकारी ने बताया कि मामला हत्या का है या फिर आत्महत्या का, अभी यह कह पाना मुश्किल है। हर संभावना-आशंका पर जांच की जाएगी।
इधर घटना की खबर इलाके में तेजी से फैली और सैकड़ों लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने शव को सड़क पर रखकर प्रतापपुर-चतरा रोड को जाम कर दिया। पुलिस उत्तेजित लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है। लगातार तीन घंटे से जारी जाम की वजह से सड़क की दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।