नई दिल्ली ( शाश्वत तिवारी)। भारत ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस में आए भयंकर तूफान के बाद मची तबाही से उबरने के लिए आपदाग्रस्त देश को मानवीय सहायता भेजी है। भारत ने पहली खेप के तौर पर हवाई मार्ग से 10 टन की सहायता भेजी है, जबकि दूसरी खेप में समुद्री मार्ग से 60 टन की राहत सामग्री भेजने की तैयारी है। दरअसल तूफान बेरिल ने जुलाई 2024 में कैरिबियाई देश में भयंकर तबाही मचाई थी। कैरिबियाई आपदा आपातकालीन एजेंसी के अनुसार, तूफान ने इतना विकराल रूप ले लिया था कि देश के मेयरो द्वीप पर करीब 98 प्रतिशत इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि भारत ने हमेशा की तरह ग्लोबल साउथ (गरीब एवं विकासशील देश) के साथ एकजुटता दिखाते हुए संकटग्रस्त देश में तूफान से तबाह हो चुकी बस्तियों के पुनर्वास के लिए सहायता प्रदान की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस में तूफान बेरिल के बाद बस्तियों के पुनर्वास के लिए मानवीय सहायता की अपनी पहली खेप भेजी है। हवाई मार्ग से स्लीपिंग बैग और स्वच्छता उत्पादों सहित लगभग 10 टन की सहायता भेजी गई है। शेष 60 टन वस्तुओं की दूसरी खेप समुद्री मार्ग से भेजने की योजना है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की स्थायी प्रतिनिधि इंगा रोंडा किंग ने वर्तमान समय में ग्लोबल साउथ के लिए भारत को बेहतरीन देश बताया था। किंग ने एक यूएन सम्मेलन में कहा बहुपक्षीय जुड़ाव के प्रति भारत का दृष्टिकोण आपसी सम्मान और एकजुटता पर आधारित है। आज, ‘ग्लोबल साउथ’ भविष्य को आकार देने में योगदान देने के लिए भारत के दृष्टिकोण पर भरोसा करता है।