सीएम योगी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित करते हुए विद्या शक्ति पोर्टल का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अब अयोध्या धाम भी जगमगा रहा है। भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो चुका है, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों हुई कि अयोध्या में पांच सौ वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। प्रभु रामलला के भव्य मंदिर को तोड़कर आक्रांताओं ने क्यों गुलामी का ढांचा खड़ा कर दिया था। उसका कारण एक ही है, हम बंटे थे, इसलिए कटे थे। बंटिए मत, बल्कि एकजुट होकर विकास और सुरक्षा के माहौल में आगे बढ़िए।
उन्होंने कहा कि 2017 के पहले माफिया समानांतर सरकार चलाते थे। खनन, पशु, संगठित अपराध, भूमाफिया हावी थे। जब उनका काफिला निकलता था तो सामान्य जनप्रतिनिधि सहम जाते थे, प्रशासन सैल्यूट करता था। कोई माफिया पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं करता था, आज माफिया गिड़गिड़ा रहे हैं कि जान बख्श दो, ठेली लगाकर पेट भर लेंगे, लेकिन किसी को छेड़ेंगे नहीं। अब बेटी-व्यापारी की सुरक्षा से खिलवाड़, किसान की जमीन पर कब्जा, गरीब की झोपड़ी को उजाड़ने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता।
सीएम योगी ने निशाना साधते हुए कहा कि जाति का नंगा खेल खेलने वाले लोग माफिया व दुर्दांत अपराधियों, दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे। आज जब प्रदेश विकास की नई धारा के साथ बढ़ रहा है तो यह फिर से बैरियर बनकर खड़ा होना चाहते हैं। ऐसे लोग वर्तमान के साथ भावी पीढ़ी के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे माफिया को फिर से सिर उठाने का अवसर नहीं मिल पाए। दस वर्ष पहले मीरजापुर जनपद में कनेक्टिविटी का अभाव था, गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। मां विंध्यवासिनी धाम के पवित्र मंदिर और त्रिकोण के रूप में विख्यात शक्तिपीठों की क्या स्थिति थी। सड़कों के क्या हालात थे। गुंडाराज व माफियाराज किसी से छिपा नहीं है। दस वर्ष में बदलते भारत, साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश व मीरजापुर को सभी ने देखा होगा।
उन्होंने कहा कि अब मीरजापुर जनपद भी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाएगा, क्योंकि मां विंध्यवासिनी का पावन धाम दिव्य-भव्य रूप ले चुका है। इससे पहले योजनाओं को स्वीकृति देने में भेदभाव होता था, लेकिन हमने जाति-खेमे के आधार पर बांटने का प्रयास नहीं किया। पांच वर्ष पहले मां विंध्यवासिनी धाम की गलियां संकरी थी। नवरात्रि के दौरान भय लगता था, लेकिन तीन अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्रि में दिव्य-भव्य धाम के दर्शन होंगे। पिछली सरकारों ने यही काम किया होता तो जनआस्था को सम्मान मिलता। अब मीरजापुर के पास भी मेडिकल कॉलेज है, वरना बीएचयू और प्रयागराज के बीच में कुछ नहीं था। यहां मां विंध्यवासिनी के नाम पर विश्वविद्यालय भी बनने जा रहा है। अगले सत्र में पाठ्यक्रम भी प्रारंभ होगा। जनपद फोरलेन की कनेक्टिविटी से जुड़ गया है।