नई दिल्ली। पांचवां तीन दिवसीय ‘नदी उत्सव’ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में आज शाम शुरू हो रहा है। राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (एनएमसीएम) और जनपद सम्पदा प्रभाग के तत्वावधान में आयोजित इस उत्सव में चर्चा के अलावा नदियों की कहानी पर फिल्म स्क्रीनिंग होगी। नाव निर्माण को लेकर अनूठी चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस उत्सव का उद्घाटन केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत करेंगे।
नदी उत्सव की पूर्व संध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आईजीएनसीए के जनपद संपदा डिवीजन के प्रमुख प्रो. अनिल कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में उत्तराखंड के हर्सिल की पूर्व सरपंच बसंत नेगी और परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के प्रमुख और आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानन्द सरस्वती उपस्थित रहेंगे।
‘नदी उत्सव’ में तीन तरह की प्रदर्शनी आयोजित की जाएंगी। पहली कंगसाबती नदी और उसकी संस्कृति पर चित्र प्रदर्शनी होगी। दूसरी नाव के निर्माण से जुड़ी फोटो प्रदर्शनी और तीसरी दिल्ली के स्कूली बच्चों की पेंटिंग्स होंगी। तीनों दिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। हिमाचली लोक गीतों की खास प्रस्तुति विक्रम भंद्रल देंगे। उल्लेखनीय है कि नदी उत्सव की परिकल्पना डॉ सच्चिदानंद जोशी की है। पहला ‘नदी उत्सव’ 2018 में हुआ था। इसका उद्घाटन गोदावरी नदी के तट पर स्थित महाराष्ट्र के नासिक शहर में किया गया। दूसरा ‘नदी उत्सव’ कृष्णा नदी के तट पर स्थित आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में और तीसरा ‘नदी उत्सव ’ गंगा नदी के तट पर स्थित बिहार के मुंगेर शहर में आयोजित किया गया था। चौथा ‘नदी उत्सव’ दिल्ली में आयोजित किया गया।