बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली के सीएम पद से अब इस्तीफा देना वास्तव में जनहित/जनकल्याण से दूर इनकी चुनावी चाल व राजनीतिक पैंतरेबाजी, किन्तु उनके लम्बे समय तक जेल में रहने के कारण दिल्ली की जनता ने जो अनगिनत असुविधाएं व समस्याएं झेलीं हैं उसका क्या? उसका हिसाब कौन देगा?
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, सत्ता व विपक्ष के बीच राजनीतिक लड़ाई शत्रुता स्तर तक कटू नहीं हो तो बेहतर ताकि उससे देश व जनहित प्रभावित ना हो। बीएसपी की यूपी सरकार को भी ऐसे दिन देखने पड़े जब केंद्र की कांग्रेसी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट व गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी रोड़े अटकाए और जनहित व विकास को बाधित किया।
बता दें कि मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक में आतिशी को दिल्ली का नया सीएम बनाने का ऐलान किया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अगले विधानसभा चुनाव होने तक दिल्ली के सीएम पद की जिम्मेदारी आतिशी ही संभालेंगी। सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से ये फैसला लिया है।
आतिशी कालका जी से विधायक हैं। साल 2020 में वह विधायक बनीं, 2023 में वह मंत्री बनीं और अब 2024 में वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
आप विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद आतिशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, सबसे पहले मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री, आम आदमी पार्टी के नेता और मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी दी और मुझ पर भरोसा दिखाया। ये सिर्फ आप में हो सकता है, जहां फर्स्ट टाइम पॉलिटिशियन एक राज्य की मुख्यमंत्री बनी। मैं एक सामान्य परिवार से आती हूं। अगर किसी और पार्टी में होती तो शायद चुनाव की टिकट भी नहीं मिलती। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने मुझ पर भरोसा किया। मुझे विधायक और मंत्री बनाया और आज मुख्यमंत्री का जिम्मा सौंपा है। मैं खुश हूं कि उन्होंने मुझ पर इतना विश्वास किया। लेकिन जितना सुख आज मेरे मन में है उससे ज्यादा दुख भी मेरे मन में है, दुख इसलिए क्योंकि अरविंद केजरीवाल आज इस्तीफा दे रहे हैं। मैं आम आदमी पार्टी के विधायकों की तरफ से यह कहना चाहती हूं, दिल्ली की 2 करोड़ जनता की तरफ से मैं जरूर कहना चाहती हूं कि दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उसका नाम अरविंद केजरीवाल है।