स्वनिर्मित सॉफ्टवेयर से किसी विवि में पहली बार हुआ छात्र संसद का ऑनलाइन चुनाव

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की परिसर संस्कृति के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। खुद के बनाए सॉफ्टवेयर से छात्र संसद का ऑनलाइन चुनाव कराने वाला यह देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। इसके पहले इसी विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित सॉफ्टवेयर से छात्र संघ का ऑनलाइन चुनाव विश्वविद्यालय की मातृ संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसढ़ में कुछ दिनों पूर्व हुआ था। शनिवार को हुए विश्वविद्यालय के छात्र संसद के चुनाव में शाम छह बजे से रात दस बजे तक ऑनलाइन मतदान प्रक्रिया पूरी की गई।

छात्र संसद चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विमल कुमार दूबे ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शुक्रवार (13 सितंबर) को 24 विषयों के 54 कक्षा प्रतिनिधियों के उनके शैक्षिक योग्यता अनुसार चयन के साथ प्रारम्भ हुई। विश्वविद्यालय छात्र संसद संविधान के अनुसार चुनाव में किसी भी पद पर प्रत्याशिता के लिए कक्षा प्रतिनिधि होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष पद पर आकाश चौधरी, अनिकेत मल्ल, अमित यादव, अश्विनी यादव एवं दीनदयाल गुप्ता ने नामांकन किया। वहीं उपाध्यक्ष पद पर बादल पटेल, आर्यन यादव, सृष्टि यादव एवं आदित्य रंजन और महामंत्री पद पर प्रिंस कुमार चौरसिया, सुंदरी, समीक्षा कुमारी एवं श्रेया पांडेय तथा पुस्तकालय मंत्री पद पर अनामिका पांडेय व अदिति वर्मा ने नामाकन करके अपनी दावेदारी प्रस्तुत की।

शनिवार को सुबह दस बजे तक नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने सभी योग्य प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी। चुनाव अधिकारी ने बताया कि समस्त प्रत्याशियों के पांच मिनट का चुनावी घोषणा पत्र (योग्यता भाषण) के वीडियो क्लिप विश्वविद्यालय द्वारा ही रिकार्डिंग कर उसे समस्त संचारी माध्यमों से विद्यार्थियों के मध्य साझा किया गया। छात्र संसद के प्रत्याशियों ने अपने योग्यता भाषण में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण के साथ-साथ पठन-पाठन हेतु उत्तम व्यवस्था के लिए संसाधनों की उपयोगिता पर बल देते हुए अपना एजेंडा पेश किया। इसके बाद शाम छह बजे से ऑनलाइन मतदान शुरू हुआ जो रात दस बजे तक चला। मतदान में भाग लेने के लिए पंजीकृत मतदाताओं को उनके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी के जरिये लिंक मिला जिसके जरिये लॉगिन कर उन्होंने अलग अलग पदों पर अपनी पसंद के प्रत्याशियों को वोट दिया। चुनाव परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि विश्वविद्यालय के समस्त सृजनात्मक क्षमताओं के विकास के साथ शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन एवं परिसर संस्कृति में छात्रों की उपयोगिता सिद्ध करने के लिए पारंपरिक छात्रसंघ की बजाय छात्र संसद की अवधारणा विकसित की गई है। यह छात्र संसद चुनाव विशुद्ध योग्यतम छात्र को लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति चैतन्य करने का है।
विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. वाजपेयी ने छात्र संसद के चुनाव और इस निमित्त स्वनिर्मित सॉफ्टवेयर के प्रयोग के लिए पूरे विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी है।

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