नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनना उनके जीवन का लक्ष्य नहीं है. उन्होंने कहा, मैं अपने मूल्यों और अपने संगठन के प्रति काफी वफदार हूं.
नागपुर में पत्रकारों को सम्मान देने को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे नितिन गडकरी ने कहा,’किसी ने मुझे कहा कि अगर आप पीएम बनते हैं तो हम आपका समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, आप क्यो मेरा समर्थन करेंगे और मैं आपसे क्यों समर्थन लूंगा? पीएम बनना उनके जीवन का उद्देश्य नहीं है. मैं अपने मूल्यों और अपने संगठन के प्रति काफी वफादार हूं.. मैं किसी पद से समझौता नहीं कर सकता हूं.’
2024 और 2019 के लोकसभा चुनावों के वक्त नितिन गडकरी का नाम पीएम पद के संभावित उम्मीदवार के तौर पर लिया जा रहा था. उस साल फरवरी में आम चुनावों से पहले कई सर्वे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद गडकरी को पीएम के तौर पर नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी माना जा रहा था.
मैं इस तरह का सपना नहीं देखता हूं: गडकरी
2019 में जब इस तरह की चर्चाएं हो रही थीं तब गडकरी ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया था. 2019 में गडकरी का कहना था, “भारत के पीएम का पद नरेंद्र मोदी के सक्षम हाथों में है. हम सभी उनके (पीएम मोदी) पीछे हैं. मैं उनके विजन को साकार करने में एक और कार्यकर्ता हूं. मेरे पीएम बनने का सवाल ही नहीं उठता है? मैं पीएम बनने की दौड़ में बिल्कुल नहीं हूं. मैं इस तरह का सपना नहीं देखता हूं.”
आपको बता दें कि नागपुर लोकसभा सीट से गडकरी तीन बार जीत चुके हैं. वे भाजपा में बड़ा चेहरा हैं. उन्हें आरएसएस का भी समर्थन है. मोदी सरकार के बीते दो कार्यकाल में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे हैं, जिन्होंने दस साल से ज्यादा समय इस पद पर बिताया है. उन्होंने 2009 से 2013 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पद संभाला है.