राजनीतिक जगत से दुखद खबर सामने आ रही है. CPI M के दिग्गज नेता सीतारम येचुरी का गुरुवार को निधन हो गया. सीताराम येचुरी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था.
पिछले महीने एम्स में हुए थे भर्ती
वामपंथी नेता सीताराम येचुरी को 19 अगस्त को बुखार की शिकायत के बाद दिल्ली एम्स के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. हाल ही में उनका मोतियाबिंद की सर्जरी हुई थी, लेकिन 10 सितंबर को उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई. फिर उन्हें AIIMS के ICU में भर्ती कराया गया, लेकिन 12 सितंबर को दोपहर करीब 1 बजे उनकी हालत खराब होने लगी. डॉक्टरों ने बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी सांसें रुक गई.
सीताराम येचुरी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव थे. वह 1992 से सीपीआई (एम) के पोलित ब्यूरो के मेंबर थे. इससे पहले येचुरी 2005 से 2017 तक पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सांसद रहे. येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हुए थे और एक साल बाद, वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में शामिल हो गए.
1952 में ब्राह्मण परिवार में हुआ था जन्म
बता दें कि सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को मद्रास (चेन्नई) में एक तेलुगु भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे. उनकी मां कल्पकम येचुरी एक सरकारी अधिकारी थीं. येचुरी ने प्रेसिडेंट्स एस्टेट स्कूल नई दिल्ली से पढ़ाई की थी. वो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में अखिल भारतीय प्रथम स्थान प्राप्त किए थे. इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) की पढ़ाई की और फिर जेएनयू से एम.ए में अर्थशास्त्र किया. इमरजेंसी के समय वह जेल भी गए थे.