गोरखपुर, 10 सितंबर। युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की 55वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की 10वीं पुण्यतिथि पर श्रीमद्भागवत कथा के रसपान और समाज व राष्ट्र को प्रभावित करने वाले कई ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन-मंथन का अवसर प्राप्त होगा। महंतद्वय की पावन स्मृति में कथा का शुभारंभ 14 सितंबर तथा व्याख्यानमाला की शुभारंभ 15 सितंबर को होगा। पुण्यतिथि सप्ताह समारोह के उद्घाटन व समापन समारोह में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित होंगे। उनके मार्गदर्शन में कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
इस संबंध में गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि श्रीगोरक्षपीठ की गौरवशाली आध्यात्मिक-धार्मिक परम्परा को एक नई दिशा प्रदान करने वाले महान देशभक्त, अपराजेय धर्मयोद्धा, हिन्दुत्वनिष्ठ-राष्ट्रवादी राजनीति के वाहक, प्रातः स्मरणीय युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज का विराट व्यक्तित्व आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी स्मृतिययां हमें नयी ऊर्जा देती है। युगपुरूष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की 55वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी पावन स्मृति में सप्तदिवसीय श्रद्धांजलि समारोह 15 सितंबर से 21 सितंबर तक प्रातः 10ः30 बजे से श्रीगोरक्षनाथ मंदिर में संपन्न होगा। उन्होंने बताया कि श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत 14 से से 20 सितंबर तक अपराह्न 3ः00 बजे से सायं 6ः00 बजे तक सप्तदिवसीय ‘श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ’ का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में किया जाएगा। व्यासपीठ पर गुरुधाम, वाराणसी से पधारे कथाव्यास स्वामी डॉ. राम कमलदास वेदांती जी महाराज के मुखारविंद से कथा अमृत की वर्षा होगी। 14 सितंबर को अपराह्न 2.30 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रतिष्ठित धर्माचार्य, साधु-संत, एवं यजमानगण के साथ अखण्ड ज्योति तथा श्रीमद्भागवत महापुराण की भव्य शोभायात्रा गोरखनाथ मन्दिर गर्भगृह से दिग्विजयनाथ स्मृति भवन कथा स्थल तक जायेगी।
योगी कमलनाथ ने कहा कि युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने धर्म, संस्कृति, शिक्षा, समाज एवं राष्ट्र के प्रायः सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की थी। देश में वे आध्यात्मिक-सामाजिक- पुनर्जागरण के अग्रदूत के रूप में प्रतिष्ठित हुये तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक, चिकित्सा, तकनीकी पुनर्जागरण के अग्रदूत बनकर उभरे। महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं महंत अवेद्यनाथ जी महाराज यद्यपि अपने पार्थिव रूप में आज हमारे बीच नहीं है तथापि उनका कृतित्व आज भी प्रकाश स्तम्भ की तरह राष्ट्र जीवन के राजपथ पर हमारे मार्गदर्शन के लिए विद्यमान है। उनके सपनों के समर्थ भारत के पुनर्निर्माण एवं हिंदू समाज के पुनर्जागरण हेतु हम भी उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रतिवर्ष समारोहपूर्वक आयोजन के माध्यम से प्रेरणा ग्रहण करते हैं ।
योगी कमलनाथ ने बताया कि साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत समाज एवं राष्ट्र को प्रभावित करने वाले समसामयिक विषयों पर चलने वाला सम्मेलन 15 सितंबर से प्रारम्भ होगा। इसमें पहले दिन 15 सितम्बर को प्रातः 10ः30 बजे उद्घाटन समारोह में ‘लोकतंत्र की जननी है भारत’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि हरिवंश नारायण सिंह उपसभापति, राज्यसभा उपस्थित रहेंगे। स्थानीय वक्ता प्रो सदानन्द गुप्त पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ होंगे ।
16 सितंबर को ‘विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ता भारत’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. अमरेश दूबे, सेवानिवृत्त आचार्य, अर्थशास्त्र, जेएनयू, नई दिल्ली व स्थानीय वक्ता प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, आचार्य रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय होंगे। 17 सितंबर को ‘सामाजिक समरसता: महायोगी गोरखनाथ और नाथपंथ के विशेष सन्दर्भ’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा, पूर्व अध्यक्ष, उच्च शिक्षा आयोग, प्रयागराज स्थानीय वक्ता डाॅ. पद्मजा सिंह प्राचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृत विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय होंगे। 18 सितंबर को ‘संस्कृत एवं भारतीय
संस्कृति’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार पाण्डेय पूर्व अध्यक्ष, ज्योतिष विभाग एवं मानित निदेशक श्री विश्वनाथ मन्दिर, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी और स्थानीय वक्ता डाॅ. लक्ष्मी मिश्रा सह आचार्य एवं समन्वयक, संस्कृत विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय होंगे। 19 सितंबर को ‘भारतीय संस्कृति एवं गो-सेवा’ विषयक सम्मेलन में श्रीधराचार्य जी, महंतराघवाचार्य जी, डाॅ. राम विलास वेदांती बिलास वेदान्ती जी विचार व्यक्त करेंगे। इसके अलावा प्रतिदिन के सम्मेलन में संत, महात्मा जन का सानिध्य प्राप्त होगा।
20 सितंबर को युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में मुख्य अतिथि महंत बालकनाथ जी, महंतशेरनाथ जी, डाॅ. राम विलास वेदांती जी, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी संस्थाओं के संस्थाध्यक्ष तथा अनेक संत, महात्मा श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसी तरह 21 सितंबर को राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में मुख्य अतिथि महंत बालकनाथ जी, महंत शेरनाथ जी, डाॅ. राम विलास वेदांती जी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा अनेक संत, महात्मा श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। श्रद्धांजलि सप्ताह समारोह में महंत, नरसिंहदास जी, महंत शिवनाथ जी, स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य जी, महंत अवधेशदास जी, ब्रह्मचारी दासलाल जी, श्री गंगादास जी, महन्त धर्मदास जी, महन्त राजूदास जी, महन्त राममिलनदास जी, कमलनयन दास जी, महंत नारायण गिरी जी, महंत राघवाचार्य जी, योगी राजनाथ जी, स्वामी विद्या चैतन्य जी, डाॅ. राम विलास वेदान्ती जी, योगी रामनाथ जी सहित देश के अनेक संत, महंत महात्मा, धर्माचार्य, विद्वत्जन, समाजसेवी भाग लेंगे। श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ, सप्तदिवसीय सम्मलेन एवं श्रद्धांजलि सभा का लाइव प्रसारण गोरखनाथ मंदिर के फेसबुक पेज एवं यू-ट्यूब चैनल पर किया जायेगा।
श्रद्धालुओं के लिए पांच रूटों पर निशुल्क बस सेवा
गोरखनाथ मंदिर में कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं के लिये गोरखनाथ मंदिर की ओर से प्रतिदिन निशुल्क बस सेवा कथा स्थल तक लाने-ले जाने हेतु निर्धारित स्थानों से अपराह्न 2.00 बजे से उपलब्ध होगी। यह बस सेवा इन पांच रूटों से मिलेगी –
1.लालडिग्गीपार्क, बाबा चैनसिंह मंदिर, इलाहीबाग, सूर्यकुण्ड ओवरब्रिज, रामलीला मैदान अंधियारी बाग होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।
2. मुंशी प्रेमचन्द्र पार्क, टीडीएम चौराहा, रीड्स साहब धर्मशाला, शास्त्री चौक, गोलघर, धर्मशाला होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।
3. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गिरधरगंज, छात्रसंघ चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे स्टेशन महाराणा प्रताप तिराहा होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।
4. गीता गार्डेन, धर्मपुर तिराहा, पादरी बाजार पुलिस चौकी, खजांची चौराहा, स्पोर्ट्स कॉलेज राणी सती मंदिर, जंगल नकहा ओवरब्रिज, रामनगर चौराहा होते हुये गोरखनाथ मन्दिर तक।
5. महेसरा, बरगदवा, राजेन्द्र नगर होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।