लखनऊ: प्रदेश के सभी 67 जिलों में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा दूसरी दिन शुक्रवार को भी सकुशल संपन्न हुई। यह योगी सरकार के फूलप्रूफ प्लान से संभव हो पाया। योगी सरकार के पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित कराने के संकल्प का ही नतीजा है कि सॉल्वर गैंग और परीक्षा माफियाओं ने इससे अपनी दूरी बना ली है। वहीं परीक्षा देने आए परीक्षार्थी योगी सरकार की तैयारियों को देखकर काफी खुश नजर आये। उन्हाेंने परीक्षा इंतजामों के लिए योगी सरकार को 10 में से 10 नंबर दिये। परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को 1174 केंद्रों पर 6,57,443 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मी और 2300 मजिस्ट्रेट तैनात रहे
चेकिंग के दौरान 72 संदिग्ध चिन्हित, पुलिस ने परीक्षा दिलायी पर पेपर के बाद भी बोर्ड की सभी पर रहेगी नजर
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि परीक्षा के दूसरे दिन दो पालियों में 6,57,443 परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया, जिसका रेश्यो 79.11 प्रतिशत रहा। इसमें पहली पाली में 3,21,322 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,12,155 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इस पाली में 30 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया। वहीं इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी। इसी तरह दूसरी पाली में 3,36,121 अभ्यर्थी उपस्थि रहे जबकि 4,12,418 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इसी पाली में 42 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया जबकि पेपर के बाद भी इन पर बोर्ड की नजर बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि दोनों पालियों में 68.2 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं दूसरे दिन भी सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ग्राउंड जीरो पर उतरे। उन्होंने लखनऊ के विवि और नेशनल पीजी कॉलेज का आैचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हे सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद मिली। डीजीपी ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को परीक्षा को पारदर्शी और शुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। वहीं परिवहन निगम की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। इतना नहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में इलेक्ट्रिक बस में भी परीक्षार्थियों को फ्री सफर की सौगात दी गयी।
पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर, 17 भेजे गये जेल
नकल विहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही। परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षा के दूसरे दिन पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जबकि 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें एसटीएफ ने शुक्रवार को लीक प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बहाने ठगी के आरोप में अनिरुद्ध मोदनलाल को अरेस्ट किया है। यह आरोपी टेलीग्राम चैनल बनाकर लोगों को ठग रहा था। इसके अलावा बोर्ड की ओर से पेपर लीक की अफवाह फैलाने के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज में एफआईआर दर्ज करायी गयी।
योगी सरकार की तैयारियों को दिये 10 में 10 नंबर
पेपर देकर बाहर आए अभ्यर्थियों ने परीक्षा को लेकर योगी सरकार की ओर से की गई व्यवस्था की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की ओर से नकल विहीन और पेपर लीक न हो इसके लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किये हैं। इसको लेकर अभ्यर्थियों को थोड़ी पेरशानी हो रही है, लेकिन यह सख्ती जरूरी है। सीएम योगी की इस सख्ती से हमारा भविष्य सुरक्षित है। हमे इस बार पेपर लीक का बिलकुल भी डर नहीं है। उन्होंने योगी सरकार की व्यवस्थाओं पर उन्हे 10 में से 10 नंबर दिये। कुछ अभ्यर्थी ने कहा कि उनका पेपर काफी अच्छा हुआ है। अब उन्हे रिजल्ट का इंतजार है। उनके चेहरे की खुशी बता रही थी कि वह योगी सरकार में अपने भविष्य के सुनहरे सपने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। इसके अलावा अभ्यर्थी इस बार एग्जाम को लेकर योगी सरकार की ओर से दी गई सहूलियतों से भी काफी संतुष्ट नजर आए। उन्होंने रोडवेज की बसों में फ्री सफर और ट्रेनों में लगाए गए अतिरिक्त कोच पर योगी सरकार को धन्यवाद दिया। वहीं सीएम योगी के निर्देश पर पहली बार प्रदेश के विभिन्न जिलों में दूसरे जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के ठहरने की भी व्यवस्था की गयी। कई जगहों पर आरएसएस की ओर से अभ्यर्थियों के ठहरने एवं खाने की व्यवस्था भी की गयी थी।