नई दिल्ली ( शाश्वत तिवारी)। भारत और जापान के बीच मंगलवार को ‘टू प्लस टू’ वार्ता हुई, जिसकी अध्यक्षता दोनों देशों के विदेश व रक्षा मंत्रियों ने संयुक्त रूप से की। बैठक में कूटनीतिक, आर्थिक, प्रौद्योगिकी, सैन्य सहयोग एवं हिंद प्रशांत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा आज दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के साथ तीसरी भारत-जापान 2 प्लस 2 बैठक की सह-अध्यक्षता की। हमारी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी पर व्यापक एवं उत्पादक चर्चा के लिए विदेश मंत्री कामिकावा योको और रक्षा मंत्री किहारा मिनोरू को धन्यवाद। भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के एक दशक पूरे होने पर, हमारी टीमें सुरक्षा सहयोग के लिए एक नया ढांचा तैयार करेंगी। भारत और जापान अपने तथा अपने साझा क्षेत्र के लिए बेहतर भविष्य बनाने का प्रयास जारी रखेंगे।
बैठक के बाद जयशंकर ने कहा एक स्वतंत्र, खुला और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक हमारे दोनों देशों की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने अपने-अपने सुरक्षा एवं विकास सहायता के समन्वय की संभावना का पता लगाया, जहां हमारे हित मिलते हैं। हमने प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और औद्योगिक सहयोग के लिए नए अवसरों के अलावा हाई स्पीड रेलवे सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा की।
उन्होंने कहा भारत और जापान सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद के विरोध में दृढ़ हैं। हमने साइबर स्पेस में उत्पन्न चुनौतियों और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग से निपटने सहित अपने क्षमता निर्माण सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। मैंने जापान की विदेश मंत्री के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार पर वर्तमान प्रयासों का जायजा भी लिया और हमारे संयुक्त प्रयास की आवश्यकता को रेखांकित किया। टू प्लस टू बैठक में हुई चर्चाओं ने रक्षा और विदेश नीति के मुद्दों पर सहयोग के एक मजबूत एजेंडे का मार्ग प्रशस्त किया है।