लखनऊ, 20 अगस्त: योगी सरकार ने प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। सीएम योगी के निर्देश पर 60,244 आरक्षियों के पदों पर चयन के लिए होने वाली इस परीक्षा को प्रदेश के 67 जिलों में 23 से 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। परीक्षा को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके तहत यूपी पुलिस और एसटीएफ 15 सौ से अधिक ऐसे अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है, जो पिछले 12 वर्षों से पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है जबकि शेष की सत्यापन प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा संदिग्ध अभ्यर्थियों के सत्यापन के लिए परीक्षा केंद्र पर ही ईकेवाईसी की व्यवस्था की जा रही है। इनकी परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी। वहीं 23 अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए मंगलवार से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हो गये हैं। अभ्यर्थी अपनी परीक्षा तिथि के तीन दिन पहले से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन पूरा
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप परीक्षा की शुचिता को बरकरार रखने के लिए सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलाें को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। प्रदेश के 67 जिलों में परीक्षा के लिए 1174 केंद्र बनाए गए हैं, जो सभी शहर में ही स्थित हैं। यहां पर पांच दिनों में दो पॉली में 48,17,441 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इन जिलों में सकुशल परीक्षा कराने के लिए हर जिले में दो नोडल नियुक्त किये गये हैं, जिसमें जिला प्रशासन के एडीएम और पुलिस के एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी पिछले 25 दिनों से लगातार बोर्ड के टच में हैं। इसके अलावा बोर्ड की ओर से हर जिले में ऑब्जर्वर नियुक्त किये गये हैं। इनमें एसपी, एएसपी और डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है। इस दौरान 20 हजार संदिग्ध अभ्यर्थी पाये गये हैं। इन सभी को परीक्षा के दिन केंद्र पर सप्लीमेंट्री कागज (पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट) के साथ ढाई घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिये गये हैं। इन सभी का परीक्षा केंद्र पर ईकेवाईसी किया जाएगा। इसके बाद भी इन्हे परीक्षा की अनुमति दी जाएगी। इन सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी।
परीक्षा केंद्रों में लगाई गईं 17 हजार दीवार घड़ियां
बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके लिए पिछले 20 दिनों से यूपी पुलिस और एसटीएफ 1541 ऐसे अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है, जो पिछले 12 वर्षों से पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। इन सभी अपराधियों की लिस्ट यूपी पुलिस और एसटीएफ को बोर्ड की ओर से मुहैया करायी गई है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों से टेलीग्राम के करीब 10 चैनल पर सक्रिय ठगी के गिरोह की जानकारी भी एसटीएफ और यूपी पुलिस से साझा की गयी है ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। बोर्ड की ओर से अभ्यर्थियों को इन ठगों से सावधान रहने के लिए वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिये अलर्ट किया जा रहा है।
दोपहर 1 बजे तक करीब 4 लाख एडमिट कार्ड डाउनलोड
उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से अभ्यर्थियों को कई तरह की सहूलियतें भी दी गयी हैं। इसके तहत किसी भी अभ्यर्थी से यूपी की रोडवेज बसों में किराया नहीं लिया जाएगा। उनका एडमिट कार्ड ही उनका टिकट होगा। इसके लिए उन्हे अपने एडमिट कार्ड की छायाप्रति कंडक्टर को देनी होगी। इसके अलावा योगी सरकार की ओर से पहली बार परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के टाइम मैनेजमेंट के लिए परीक्षा केंद्र के सभी 17 हजार कमरों में दीवार घड़ी लगायी गयी है। इतना ही नहीं, उनकी डिमांड पर योगी सरकार की ओर से सभी अभ्यर्थियों को 5 मिनट एक्स्ट्रा ओएमआर सीट भरने के लिए दिये जा रहे हैं। वहीं 23 अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए मंगलवार से बोर्ड की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हो गये हैं। 20 अगस्त को दोपहर एक बजे तक 3,56,918 अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। जबकि 4 लाख 60 हजार अभ्यर्थी दो पॉली में परीक्षा देंगे। उन्होंने बताया कि सभी अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड परीक्षा तिथि के तीन दिन पहले डाउनलोड कर सकते हैं।