चार करोड़ रुपये नगद और दस्तावेज बरामद
सिंगरौली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की मध्य प्रदेश के सिंगरौली में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) से जुड़े लोगों और अधिकारियों के घर का छापामार कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। सोमवार को देर शाम तक चली इस कार्रवाई के बाच सीबीआई ने पांच लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी है। इसमें रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई के ही एक डीएसपी को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने पूरी कार्रवाई के दौरान चार करोड़ रुपये नकद भी बरामद किए है।
इससे पहले रविवार को सीबीआई की तीन अलग-अलग टीमों ने एनसीएल के दो अधिकारियों और एक सप्लायर के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई शुरू की थी। रविवार को दिनभर चली कार्रवाई के बाद सीबीआई की टीम ने सोमवार को एनसीएल के दो अधिकारियों सुनील प्रसाद सिंह और रवींद्र प्रसाद के घर पर भी दबिश दी। इस दौरान टीम ने जरूरी दस्तावेज खंगाले। यह कार्रवाई एडिशनल एसपी मुकेश कुमार के नेतृत्व में दिल्ली से आई सीबीआई की टीम द्वारा की गई है।
सीबीआई ने जानकारी दी है कि दूसरे दिन की कार्रवाई के पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एनसीएल के सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा, मुख्य प्रबंधक (प्रशासन) बसंत कुमार सिंह, मेसर्स संगम इंजीनियरिंग का मालिक रविशंकर सिंह, रविशंकर सिंह सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह और जबलपुर सीबीआई के डीएसपी जॉय जोसेफ दामले शामिल हैं। सीबीआई ने इनके यहां से तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
सीबीआई के अनुसार, सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों, व्यापारियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कई अधिकारियों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था। आरोप है कि वह नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अधिकारियों को रिश्वत पहुंचाने और उन्हें सुविधा देने का काम कर रहा था। सीबीआई ने रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को भी गिरफ्तार किया है। दिवेश जबलपुर में सीबीआई के अफसर को पांच लाख रुपये की रिश्वत देने गया था। तभी उसे गिरफ्तार किया गया। रविशंकर सिंह और दिवेश सिंह, एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के अधिकारियों और सीबीआई के डीएसपी के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे।
सीबीआई ने लंबित शिकायतों और जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट देने के मामले में जबलपुर सीबीआई, एसीबी ब्रांच के उप पुलिस अधीक्षक जॉय जोसेफ दामले को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। मुख्य प्रबंधक (प्रशासन) एनसीएल बसंत कुमार सिंह पर सीबीआई तक जांच के बदले पैसे पहुंचाने वाले आरोपियों की मदद करने आरोप है। एनसीएल के सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा ने पहले सप्लायर रवि सिंह को मशीनरी सप्लाई के बदले में भुगतान करने के लिए सीएमडी के बीच मध्यस्थता की। इसके अलावा जब शिकायत सीबीआई तक पहुंची तो इन्होंने रविशंकर सिंह और बसंत कुमार सिंह के जरिए सीबीआई के पास पैसे पहुंचाने में मदद की।
गौरतलब है कि देश की महारत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड की आठ सहायक कंपनियां हैं जिनमें एक है एनसीएल। यानी नॉर्दन कोलफील्ड लिमिटेड। अन्य सहायक कंपनियों की तरह कोयले के उत्पादन और कोयले से बने सामान के उत्पादन का काम करती है। कंपनी कोयले के खनन का काम खुद करती है। मिट्टी की खुदाई और ढुलाई का काम ठेके पर कराती है। इसके अलावा उत्पादन के लिए जरूरी सामान की ज्यादातर सप्लाय कोल इंडिया करता है और कुछ सामान सप्लायर से टेंडर प्रक्रिया के जरिए लिए जाते हैं।