एक-एक करोड़ रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित होंगे ललित और राजकुमार

गाजीपुर, 17 अगस्त: पेरिस ओलंपिक में इंडियन हॉकी का परचम लहराने वाले कांस्य पदक विजेता उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय और राजकुमार पाल को राज्य सरकार की ओर से एक-एक करोड़ रुपये की सहायता धनराशि दी जाएगी। साथ ही पेरिस ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपये की सहायता धनराशि दी जाएगी। कार्यक्रम में पेरिस ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाली मेरठ की पारूल चौधरी, प्रियंका गोस्वामी, अनु रानी और प्राची सभी को आमंत्रित किया जाएगा और उन्हे सम्मानित किया जाएगा। उन्हे यह धनराशि उनके सम्मान में लखनऊ में आयोजित समारोह में दी जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गाजीपुर में आयोजित भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में की। सीएम योगी ने कहा कि इससे पहले राजधानी लखनऊ में टोक्यो ओलंपिक के विजेताओं और प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों का प्रदेश सरकार कर रही सम्मान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर में मेघबरन स्टेडियम और स्व. तेज बहादुर सिंह के मार्गदर्शन में खेल की दीक्षा लेकर 1980 के बाद फिर से भारतीय हॉकी का वैश्विक मंच पर परचम लहराने वाले हॉकी खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय और राजकुमार पाल का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि पेरिस ओलंपिक में भारत ने 1 रजत और 5 कांस्य पदक जीते, जिसमें उत्तर प्रदेश के इन दो खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसी के साथ प्रदेश के इन खिलाड़ियों ने दुनिया को बता दिया कि ओलंपिक में फिर से भारतीय हॉकी के दिन आने वाले हैं। इसकी शुरुआत इन्हाेंने कर दी है। पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ी युवा ऊर्जा के धनी हैं। उनकी प्रतिभा और ऊर्जा देश के गौरव को बढ़ाने वाली है। सीएम योगी ने कहा कि ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व चैंपियनशिप, एशियन गेम्स समेत विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियाें को राज्य सरकार की ओर से अलग से पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाता है। इसमें ओलंपिक में एकल में गोल्ड मेडल जीतने पर 6 करोड़, रजत मेडल पर 4 करोड़, कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार की ओर से दी जाती है जबकि ओलंपिक में टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर तीन करोड़, रजत पदक पर 2 करोड़ और कांस्य पदक पर एक करोड़ रुपए की धनराशि दी जाती है। इसी तरह एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़, रजत पर डेढ़ करोड़ और कांस्य पर 75 लाख रुपए सरकार उपलब्ध कराये जाते हैं। इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक पर डेढ़ करोड़, रजत पर 75 लाख और कांस्य पदक पर 50 लाख रुपए की राशि खिलाड़ियों को राज्य सरकार की ओर से दी जाती है।

उत्तर प्रदेश में निजी खेल अकादमी को प्रदान की जा रही सहायता धनराशि

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पहले की सरकारें खेल को अपना पूरा जीवन देने वाले एवं देश का गौरव दुनिया में बढ़ाने वाले खिलाड़ियाें के भविष्य की चिंता नहीं करती थी। वहीं हमने खेल पॉलिसी बनायी और खेल नीति के तहत इसे लागू कर खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित किया। वहीं प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश में खेलो इंडिया, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता और फिट इंडिया मूवमेंट के माध्यम से खेल के प्रति जागरूकता पैदा हुई। इतना ही नहीं खेल और खिलाड़ी के प्रति सम्मान का भाव जागृत हुआ। हर जनपद में खेल और खिलाड़ियों के खेल की गतिविधियों के लिए नई-नई व्यवस्थाएं प्रारंभ हुई। इसी के तहत उत्तर प्रदेश ने तय किया कि निजी खेल अकादमी को भी सहायता दी जाएगी। इसी के तहत मेघबरन सिंह स्टेडियम के नवनिर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से पांच करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गयी। इतना ही नहीं प्रदेश में अवकाश ग्रहण कर चुके अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को कोच के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। इसके तहत कई खिलाड़ियों का चयन डेढ़ लाख रुपए प्रति माह पर किया गया है। सीएम योगी ने कहा कि हॉकी खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय को एक वर्ष पहले टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने पर सीधे डिप्टी एसपी के पद पर नौकरी दी गयी थी। अब वह खेल भी रहे हैं और साथ में उत्तर प्रदेश पुलिस बल का भी मान बढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं वह प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।

हॉकी खिलाड़ी राजकुमार पाल भी बनेंगे सीधे डिप्टी एसपी

सीएम योगी ने कहा कि क्रिकेट के लिए दीप्ति शर्मा, एथलेटिक्स के लिए पारूल चौधरी, शूटिंग के लिए अखिल शेवरान, कबड्डी के लिए अर्जुन देशवाल आदि को सीधे डिप्टी एसपी बनाया गया है। इसके अलावा विजय कुमार यादव और दिव्या काकरान को नायब तहसीलदार की नियुक्ति दी है। वहीं अर्जुन सिंह को यात्री कर अधिकारी, प्राची और पुनीत कुमार को जिला युवा कल्याण अधिकारी के पद पर नियुक्ति भी प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि ऐसे 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिये गये हैं। अब हॉकी खिलाड़ी राजकुमार पाल की बारी है। वह जल्द ही सीधे डिप्टी एसपी बन पाएंगे। उनकी माता की साधना सार्थक हुई और पिता जहां भी होंगे आशीर्वाद दे रहे होंगे।

खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार उठा रही महत्वपूर्ण कदम

सीएम योगी ने कहा कि हर जिले में एक स्टेडियम, हर ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम और हर ग्राम पंचायत स्तर पर एक खेल का मैदान की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिये युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करवायी जा रही है। वहीं खेल अकादमी को सरकार के स्तर पर सहयोग किया जा रहा है। यही वजह है कि आज प्रदेश में दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 84 स्टेडियम, 67 बहुउद्देशीय हाॅल, 13 कुश्ती हाॅल, 38 तरण ताल, 15 सिंथेटिक हॉकी मैदान, 47 अत्याधुनिक जिम सेंटर, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 16 छात्रावास भवन, 6 शूटिंग रेंज, 14 सिंथेटिक बास्केटबॉल कोच, दो जूडो हॉल, 12 वेट लिफ्टिंग हाॅल, दो इंडोर वॉलीबॉल हाॅल तथा 19 डॉरमेट्री आदि खेल अवस्थापनाओं का कार्य संपन्न हो चुका है, जिसे आज हमारे खिलाड़ी उपयोग कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों को बढ़ाने, उनके प्रोत्साहन के लिए 18 जनपदों में 16 खेलों में 44 छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। तीन स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ, गोरखपुर और इटावा में संचालित किये जा रहे हैं। पहले खिलाड़ियों की प्रतिदिन की डाइट 175 रुपये होती थी, उसे बढ़ाकर 375 प्रतिदिन कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके प्रशिक्षण के लिए शिक्षा, चिकित्सा, आवास और किट आदि निःशुल्क प्रदान की जा रही है। आवासीय क्रीड़ा छात्रावास में उत्कृष्ट प्रशिक्षण की आवश्यकता के दृष्टिगत 50 इंटरनेशनल खिलाड़ियों को डेढ़ लाख रुपए प्रति माह मानदेय दिया जा रहा है। इसके साथ ही उनके अलग-अलग छात्रावास और स्पोर्ट्स कॉलेज में रहने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। प्रदेश के पुरुष खिलाड़ियों के लिए लक्ष्मण और महिला खिलाड़ियों के लिए रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार की व्यवस्था भी की गयी है। इसके अलावा अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, खेल रत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्म पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी हैं उन्हे 20000 रुपये प्रति माह सरकार वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। वहीं प्रदेश के जो खिलाड़ी वृद्ध और अशक्त हैं, उनमें राज्य स्तर के खिलाड़ी को 4000 रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को 6000 रुपये और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को 10000 प्रति माह वित्तीय सहायता दी जा रही है। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार ने अपने खिलाड़ियों का बीमा भी करवाया है। 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से भी आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। सीएम ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के पास अपनी यूनिवर्सिटी भी होगी, जो हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद्र के नाम पर मेरठ में बन रही है।

इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री गिरीश चंद्र यादव, सांसद संगीता बलवंत बिंद, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, पूर्वांचल विवि की कुलपति प्रो. वंदना सिंह , खेल निदेशक आरपी सिंह आदि उपस्थित थे।

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