वहीं, उदयपुर निगम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी के घर पर नोटिस चिपका कर उसे घर खाली करने को कहा है।
इस मामले में उदयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लांबा ने बताया कि घटना के बाद शहर में कानून व्यवस्था प्रभावित हुई। घायल बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है। विशेष डॉक्टरों की टीम इलाज में लगी हुई है। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदेशवासियों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों के साथ साजिश रचने और घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
जिलाधिकारी अरविंद पोसवाल ने कहा कि हमारा प्राथमिक उद्देश्य घायल बच्चों को समुचित उपचार उपलब्ध कराना है। स्थानीय डॉक्टर से परामर्श के बाद मुख्यमंत्री से बात कर तीन विशेष डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है। इसमें किडनी विशेषज्ञ और अन्य डॉक्टर शामिल हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर बच्चे की मौत की अफवाह फैला दी। जिलाधिकारी ने सभी से अनुरोध किया कि अफवाह न फैलाएं। ऐसी अफवाहों से शहर की शांति भंग हो सकती है।
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में एक सरकारी स्कूल में 10वीं के छात्र को चाकू मारने की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। छात्र के एक सहपाठी ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान हंगामा बढ़ने पर उदयपुर कलेक्टर ने धारा 163 लागू कर दी है।
इधर, घायल छात्र का अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इलाज चल रहा है। फिलहाल घायल छात्र की हालत स्थिर बताई जा रही है। खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। वहीं गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सरकार की ओर से अपडेट जारी करते हुए कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने 24 घंटे के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी है।