लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस पर अन्नदाता किसानों के हित में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने अन्नदाता किसानों की आय को बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। हमारे अन्नदाता किसानों की मेहनत का ही परिणाम है कि देश की कुल कृषि योग्य भूमि में हमारा हिस्सा मात्र 12 फीसदी है, लेकिन उत्तर प्रदेश देश के खाद्यान्न की 20 फीसदी से अधिक की आपूर्ति कर रहा है। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से अब 2.62 करोड़ किसानों के खातों में 75 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि जारी कर चुकी है। अब तक 31 सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण होकर 22 लाख 75 हजार से अधिक सिंचन क्षमता सृजित कर चुकी हैं, जिसके माध्यम से 46 लाख 69 हजार किसान लाभान्वित हुए हैं। सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली की सुविधा के तहत 14 लाख से अधिक किसानों के अप्रैल 2023 से ट्यूबवेल के बिल माफ किए गए हैं। सिंचाई हेतु जून माह तक 66 हजार से अधिक सोलर पंप स्थापित किए गए हैं।
गौ आधारित प्राकृतिक खेती को किया जा रहा प्रोत्साहित
सीएम योगी ने आगे कहा कि एग्रीस्टैक योजना में 99 हजार राजस्व गांवों का जियो रेफरेंस विलेज मैप तैयार किया गया है। 2024-25 में समस्त जनपदों में डिजिटल क्रॉप सर्वे और फॉर्मर रजिस्ट्री को भी पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 25 हजार किसानों को कार्बन क्रेडिट के रूप में 200 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2017 से अब तक 2 लाख 53 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि गन्ना किसानों को भुगतान किया गया है। पेराई सत्र 2023-24 में गन्ना मूल्य में वृद्धि की गई। श्री अन्न के प्रोत्साहन के लिए किए गए प्रयासों में 2022-23 और 2023-24 में मिलेट के क्षेत्रफल में 24.4 प्रतिशत और उत्पादन में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जनपद आगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र का साउथ एशिया रीजन सेंटर स्थापित किया जा रहा है। 27 जनपदों में गंगा जी के तटीय क्षेत्रों और बुंदेलखंड में 1 लाख 24 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती तथा गौ आधारित प्राकृतिक खेती को प्रारंभ किया गया है।