लखनऊ, 13 अगस्त। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में 72 देशों के बायर्स (क्रेता) भी प्रतिभाग करेंगे। इसमें से करीब 400 बायर्स ने 9 अगस्त तक इस मेगा इवेंट में हिस्सा लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। इन 72 देशों में यूरोप से लेकर ओसनिया और अफ्रीका समेत 10 रीजन के बायर्स शामिल हैं। आयोजन तक 500 से अधिक विदेशी बायर्स के हिस्सा लेने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण का आयोजन आगामी 25 से 29 सितंबर तक इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट, ग्रेटर नोएडा के विशाल परिसर में होने जा रहा है। यह मेगा इवेंट 2023 में हुए इवेंट से भी बड़ा और भव्य होगा, जिसके लिए योगी सरकार ने तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है।
सर्वाधिक 14 देश अफ्रीका रीजन के करा चुके रजिस्ट्रेशन
जिन देशों ने अब तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में हिस्सा लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है, उनमें सबसे ज्यादा 14 देश अफ्रीका रीजन के हैं। इसके अलावा 12-12 देश यूरोप और वेस्ट एशिया एंड नॉर्थ अफ्रीका (वाना) से हैं। इसके अलावा 8 देश लैटिन अमेरिकन एंड कैरेबियन (एलएसी) रीजन से, 7 देश कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट्स (सीआईएस) रीजन से,5 देश साउथईस्ट एशियन (एसईए) रीजन से, 4-4 देश साउथ अफ्रीकन रीजन (एसए) और नॉर्थईस्ट एशियन (एनईए) रीजन से हैं। वहीं 3-3 देश नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (नाफटा) और ओसनिया रीजन से हैं। बायर्स की बात करें तो सबसे ज्यादा 75 बायर्स वेस्ट एशिया एंड नॉर्थ अफ्रीका (वाना) से हैं। वहीं, 50-50 बायर्स सीआईएस, अफ्रीका और साउथ अफ्रीकन रीजन से हैं, जबकि एलएसी से 35, एनईए और एसईए से 20-20 तो नाफटा से 18 बायर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
2023 से ज्यादा संख्या में आएंगे एग्जिबिटर्स और विजिटर्स
देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अनेक देशों से लोग इस आयोजन के प्रति उत्साहित हैं और प्रतिभाग करने आ रहे हैं। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में इस बार 2023 की तुलना में अधिक एग्जिबिटर्स और विजिटर्स के आने की संभावना है। पहले संस्करण में जहां 2,000 एग्जिबिटर्स यहां आए थे तो वहीं 2024 में यह संख्या 2500 प्रस्तावित है। यही नहीं, बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी)में एक लाख विजिटर्स आएंगे, जो पहले संस्करण में 70 हजार थे। इसी तरह बिजनेस टू कस्टमर (बी2सी) में 3.5 लाख विजिटर्स लाने का प्रस्ताव है जो 2023 में 2.37 लाख रहा था। 2023 में जहां 1 लाख से अधिक नए व्यापारिक सूत्रों का उद्भव देखने को मिला था तो वहीं 2024 में यह संख्या 1.25 लाख प्रस्तावित है। यह इंटरनेशनल ट्रेड शो, प्रदेश के बड़े उद्योगों, आईटी/आईटीईएस, एमएसएमई, स्टार्टअप, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन व संस्कृति, ऊर्जा, ओडीओपी जैसे सेक्टर्स के उद्यमियों, आंत्रप्रेन्योर, विनिर्माताओं और निर्यातकों के लिए वैश्विक मंच उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। इसे योगी सरकार भव्य स्वरूप देने में जुट गई है।