लखनऊ/हाथरस, 19 जुलाई। उत्तर प्रदेश को उन्नत प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लिए प्रदेश में इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर्स के विकास पर विशेष रूप से फोकस कर रही है। प्रदेश के सभी औद्योगिक प्राधिकरणों में औद्योगिक विकास की विभिन्न योजनाओं को गति दी जा रही है। इस क्रम में, सीएम योगी के विजन अनुसार हाथरस के सलेमपुर को इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर विकसित करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी। अब इस कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने हाथरस के सलेमपुर की औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया को कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी की नियुक्ति और कार्यावंटन के जरिए पूरा किया जाएगा। यूपीसीडा द्वारा सलेमपुर के विकास कार्यों को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम के जरिए दो फेज में कराया जाएगा। इसमें कुल मिलाकर 325.54 करोड़ रुपए व्यय होंगे तथा कार्यावंटन के बाद एजेंसी द्वारा 18 महीने की अवधि के भीतर सभी निर्धारित निर्माण व विकास कार्यों को पूर्ण करना होगा।
कुल 483 एकड़ क्षेत्र का होगा इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर विकास
सीएम योगी के विजन अनुसार तैयार की गई कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए यूपीसीडा द्वारा सलेमपुर में 483 एकड़ क्षेत्र को फिलहाल इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा। आगे जरूरत के अनुसार इस क्षेत्र को और प्रसारित भी किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि मास्टर प्लान के अनुरूप पहले फेज में 7,99,899 स्क्वेयर मीटर व दूसरे फेज में 3,28,572 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र को इंडस्ट्रियल प्लॉटेड एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा। वेयरहाउस एरिया के तौर पर 40,118 स्क्वेयर मीटर, कमर्शियल एरिया के तौर पर 26,579 स्क्वेयर मीटर तथा एमिनिटीज एरिया के तौर पर 1,22,467 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र का विकास होगा। यहां कुल दो फेज में 10.57 व 10.15 किलोमीटर सड़कों का निर्माण भी होगा। वहीं, पहले फेज में 92,312 तथा दूसरे फेज में 111335 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र को लैंडस्केप एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा।
हाथरस-मथुरा रोड से कनेक्टेड होगा सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र
सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र को हाथरस-मथुरा रोड (हाथरस-सिकंदराराऊ मेन रोड) से कनेक्ट किया जाएगा। मास्टर प्लान के अनुसार, सड़क निर्माण कार्य, पेयजल आपूर्ति नेटवर्क, राइजिंग मेन नेटवर्क, बोरवेल का विकास, रीसाइकल्ड वॉटर सप्लाई नेटवर्क, डोमेस्टिक सीवरेज कलेक्शन नेटवर्क, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट, औद्योगिक अपशिष्ट संग्रह और परिवहन के लिए सीईटीपी नेटवर्क का विकास किया जाएगा। वर्षा जल संचयन, तूफान-भारी बारिश में जल निकासी की प्रक्रिया, एससीएडीए मानकों युक्त बिजली धर, भूनिर्माण समेक विविध कार्य तथा सुविधा भवन, प्रवेश द्वार, परिसर व बाउंड्री वॉल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर्स का विकास किया जाएगा। पूरे क्षेत्र को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की आधुनिक वाईफाई व इंटरनेट एक्सेस कनेक्टिविटी से युक्त किया जाएगा। यहां सभी प्लॉट्स को प्लग एंड प्ले प्रक्रिया से भी युक्त करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।