लखनऊ, 11 जुलाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित श्रावस्ती और बलरामपुर का हवाई सर्वे किया। उन्होंने अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित इलाकों की जानकारी ली। साथ ही राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। इसके बाद सीएम ने दोनों जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकाें का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा से प्रभावित बच्चों और महिलाओं से मुलाकात की। इसके अलावा बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की। सीएम ने आपदों में अपनों को खोने वाले परिजनों को 4 लाख सहायता राशि का चेक प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने वाले पीएसी के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही स्पेशल इनाम के साथ नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया। इस दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सीएम ने बाढ़ में रेस्क्यू किये गये 11 पीड़ितों से की मुलाकात, बच्चों को बांटी टॉफी और बिस्किट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 12 बजे श्रावस्ती की बाढ़ प्रभावित इकौना तहसील के सभी गांवों का हवाई सर्वे किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। देवी पाटन मंडलायुक्त शशि भूषण सुशील और श्रावस्ती जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने सीएम को बताया कि नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद अचानक पानी छोड़े जाने से जनपद में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। फिलहाल पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसके बाद सीएम योगी ने लक्ष्मणपुर कोठी राप्ती बैराज का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने बाढ़ में रेस्क्यू किये गये 11 पीड़ितों से एक-एक कर मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। इस दौरान सीएम ने मौजूद बच्चों को दुलारा। साथ ही उन्हे टॉफी और बिस्किट दिये। सीएम योगी ने बाढ़ में फंसे लोगों की सूचना देने वाली रेखा देवी, गांव के गाइड और 5 पीएसी के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्हाेंने सभी 7 लोगों को नकद पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया। इसके अलावा अापदा में अपनों को खोने वाले चार परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता धनराशि का चेक भी सौंपा। इससे पहले उन्होंने राहत सामग्री किट वितरित की।
पूरी ताकत के साथ राहत कार्य संचालित कर रही राज्य सरकार: सीएम
सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों से संवाद करते हुए कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष, सर्पदंश, आकाशीय बिजली समेत अन्य आपदाओं के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसान और बटाईदार के परिजनों को तत्काल सहायता धनराशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 12 जनपद बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें 33 तहसील के 633 गांव शामिल हैं, जिसकी करीब 17 लाख 97 हजार की आबादी प्रभावित है। इसमें 18 हजार से अधिक मवेशी भी प्रभावित हैं। 1 लाख 45 हजार से अधिक हेक्टेयर कृषि भूमि भी प्रभावित है। इन इलाकों में 923 से अधिक बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं, जहां से बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों की निगरानी की जा रही है। वहीं एक हजार 33 से अधिक बाढ़ शरणालय स्थापित किये गये हैं, जहां बाढ़ से प्रभावित लोग रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रावस्ती में 116 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं या आंशिक रूप से प्रभावित हैं। यहां 15 गांवों में कटान की स्थिति है, जिसकी 76 हजार की आबादी प्रभावित है। साथ ही 23 हजार से अधिक हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी ताकत के साथ राहत कार्य संचालित कर रही है। यही वजह है कि प्रदेश में अब तक जनहानि-धनहानि काफी कम है जबकि बाढ़ का कहर जारी है। अंत में सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कराकर तत्काल मुआवजा देन के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सीएम ने बच्चे को गोद में लेकर दुलारा, अपने हाथों से खिलायी चॉकलेट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती के बलरामपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों को हवाई सर्वे किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बाढ़ की स्थिति की बारीकी से जानकारी हासिल की। वहीं बाढ़ग्रस्त नदी और क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इसके बाद सीएम योगी ने अतरौला में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान उन्होंने बच्चों को दुलारा और चॉकलेट दी। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट वितरित की। इसके अलावा बाढ़ में मृतक के परिजनों को चार-चार लाख की सहायता धनराशि का चेक वितरित किया। सीएम योगी ने बाढ़ आपदा प्रभावित परिवारों से संवाद करते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्हें किसी भी चीज की चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार उनकी हर संभव मदद के प्रयास कर रही है। हमारा प्रयास है कि उन्हे किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में बाढ़ से करीब पचास हजार की आबादी प्रभावित है जबकि 32 हजार हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि भी प्रभावित है। यहां राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी की फ्लड यूनिट के साथ प्रशासन स्तर पर नावों की व्यवस्था की गयी है। बाढ़ से जिन लाेगों के मकान क्षतिग्रस्त हैं, उन्हे मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। अंत में सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्य तेज करने के साथ अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।