गोरखपुर। पहली जुलाई की तारीख गोरखपुर की उपलब्धियों में स्वर्णिम अध्याय जोड़ने वाली रही। इस तिथि से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गोरखपुर सैनिक स्कूल में पढ़ाई शुरू हो गई। प्रवेश परीक्षा के जरिये सैनिक स्कूल में कक्षा 6 और 9 में 75-75 सीटों पर दाखिला पहले ही हो गया था। गोरखपुर सैनिक स्कूल का औपचारिक उद्घाटन भी इसी माह होने की उम्मीद है।
सैनिक स्कूल में पहले सत्रारंभ के पहले दिन प्रधानाचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नारियल फोड़कर विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। गोरखपुर का सैनिक स्कूल खाद कारखाना परिसर में आवंटित 50 एकड़ भूमि पर बना है। डेढ़ सौ करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले इस स्कूल का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जुलाई 2021 को किया था। ‘युवाओं को शिक्षा, देश की रक्षा’ के ध्येय से निर्माणाधीन इस शैक्षिक प्रकल्प में कक्षा 6 से 12 तक बालक-बालिकाओं को आवासीय व्यवस्था के तहत शिक्षा प्रदान करने का शुभारंभ सोमवार को हुआ। यहां छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कैंपस हैं। स्कूल का प्रशासनिक भवन प्राचीन भारतीय संस्कृति व परंपरा का दर्शन कराने वाला बना है। सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों के खेलकूद की गतिविधियों के लिए खेलों के कई कोर्ट व मैदान भी विकसित हुए हैं हैं।
गोरखपुर का सैनिक स्कूल सीएम योगी की उच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में सम्मिलित है। इसके शिलान्यास के बाद भी वह कई बार इसके निर्माण कार्यों का भौतिक निरीक्षण करने आते रहे हैं। फरवरी माह में जब वह सैनिक स्कूल का निरीक्षण करने आए थे, तभी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि जुलाई सत्र से यहां पढ़ाई शुरू हो जानी चाहिए। यही नहीं, वर्तमान वित्तीय वर्ष के बजट में इस सैनिक पस्कूल के लिए सरकार ने चार करोड़ रुपये का प्रावधान भी इसी लिए किए था कि सत्र संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप गोरखपुर सैनिक स्कूल में एक जुलाई से नियमित कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ हो गया है।