गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारी सोमवार सुबह जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में घायल गोरखपुर के श्रद्धालुओं के घर पहुंचे और आर्थिक सहायता प्रदान की। इस दौरान घायलों के परिजनों को आश्वस्त किया गया कि सरकार घायलों के इलाज में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री खुद पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार को श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले में घायल हुए लोगों में चार श्रद्धालु गोरखपुर के हैं। इनमें पुर्दिलपुर निवासी राजेश, उनकी पत्नी रिकसोना, भैरोपुर की गायत्री तथा सोनी शामिल हैं। ये सभी आपस में रिश्तेदार हैं। इन घायलों समेत 17 लोगों का समूह गोरखपुर से माता वैष्णो व शिवखोड़ी मंदिर का दर्शन करने जम्मू गया था। इनमें से राजेश, रिकसोना, गायत्री और सोनी उस बस में सवार थे जो रविवार को शिवखोड़ी से लौट रही थी। रियासी जिले में आतंकियों ने बस पर हमला कर दिया जिससे बस पलट कर गहरी खाई में चली गई। करीब तीन दर्जन घायलों में चार की पहचान गोरखपुर के उक्त श्रद्धालुओं के रूप में हुई।
आतंकी हमले का त्वरित संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ही अधिकारियों को निर्देशित किया था कि जम्मू कश्मीर के प्रशासन से संपर्क कर घायलों को समुचित उपचार व आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित कराएं। सीएम योगी के निर्देश पर सोमवार सुबह प्रशासन की टीम ने भैरोपुर और पुर्दिलपुर जाकर घायलों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराया। इस दौरान परिजनों को भरोसा दिया गया कि सरकार लगातार जम्मू के प्रशासन के संपर्क में है और सभी घायलों को उच्च स्तरीय इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। पुर्दिलपुर और भैरोपुर में परिजनों से मुलाकात के दौरान गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह भी उपस्थित रहे।
सीएम के निर्देश पर श्रद्धालुओं को लाने की हुई व्यवस्था
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार गोरखपुर के जिला प्रशासन ने जम्मू कश्मीर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षित श्रद्धालुओं को गोरखपुर लाने के लिए टेंपो ट्रैवलर बस की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है और सभी गोरखपुर लौट रहे हैं। इलाजरत चार घायल श्रद्धालु और उनके साथ दो परिजन अभी जम्मू में ही है।