नई दिल्ली। अठारहवीं लोकसभा की तस्वीर कमोबेश पूरी तरह साफ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना के बाद रात 11 बजे तक जो परिणाम सामने आए हैं उसमें भारतीय जनता पार्टी 233 सीट पर जीत हासिल कर चुकी है और 7 पर आगे चल रही है। माना जा रहा है कि इसमें अब परिवर्तन होने की अधिक संभावना नहीं है। कुल मिलाकर भाजपा 240 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में वापसी कर रही है। पर बहुमत से 32 सीट पीछे है।
वहीं दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वह 90 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 9 सीटों पर आगे है। कुल मिलाकर 99 सीटें कांग्रेस के खाते में जा रही हैं।
सबसे बड़ा उलटफेर समाजवादी पार्टी ने किया है। उत्तर प्रदेश की यह पार्टी अब लोकसभा में तीसरी बड़ी ताकत होगी। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने 36 सीटें जीत ली हैं और वह एक सीट पर आगे है।
वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का जादू बरकरार रहा। पिछली बार खेला होबे का नारा लगाने वाली तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा का खेला खराब कर दिया। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल की 42 में से 29 सीटें जीत ली हैं। यहां भाजपा की झोली में 11 सीटें गिरी हैं, जबकि 1 सीट पर वह आगे है जिसका परिणाम घोषित होना बाकी है।
इनके अलावा द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) 16, जनता दल (यूनाइटेड) 12 और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) 12 ही ऐसे दल हैं जो दहाई की संख्या में जीत सके हैं। डीएमके 6 और टीडीपी 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है। यहां वह पिछली 63 सीटों में से 30 घटकर 33 पर सिमट गई है। यहां समाजवादी पार्टी को 29 सीटों का फायदा हुआ है जबकि कांग्रेस 1 सीट से बढ़कर 6 सीटों पर पहुंच गई। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी एनडीए को निराशा हाथ लगी है। यहां असली बनाम नकली पार्टी के मामले में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टिंयों को लोगों ने अधिक जनमत दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर इतिहास दोहराया है और सातों सीटें जीत ली हैं।