(शाश्वत तिवारी) नई दिल्ली। भारत आवश्यक वस्तुओं और दवाओं की कमी से जूझ रहे क्यूबा की मदद के लिए आगे आया है। भारत ने लैटिन अमेरिकी देश क्यूबा को 90 टन दवा सामग्री की सहायता भेजी है। विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक भारत में निर्मित 9 सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) की लगभग 90 टन की खेप रविवार को मुंद्रा बंदरगाह से क्यूबा के लिए रवाना हुई। विदेश मंत्रालय के अनुसार इन एपीआई का उपयोग क्यूबा के दवा निर्माताओं द्वारा पुरानी संक्रामक बीमारियों के उपचार के लिए जरूरी टैबलेट, कैप्सूल, सिरप और इंजेक्शन के रूप में आवश्यक एंटीबायोटिक्स का उत्पादन करने के लिए किया जाएगा। यह सहायता भारत की ‘विश्व की फार्मेसी’ के रूप में स्थिति की पुष्टि करती है और क्यूबा के साथ ऐतिहासिक मित्रता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा क्यूबा को मानवीय सहायता भेजी। आज मुंद्रा बंदरगाह से 9 ‘मेड इन इंडिया’ एपीआई की 90 टन की खेप क्यूबा के लिए रवाना हुई। एपीआई से आवश्यक दवाओं के निर्माण में सहायता मिलेगी। यह सहायता ‘विश्व की फार्मेसी’ के तौर पर भारत की भूमिका की पुष्टि करती है और भारत-क्यूबा संबंधों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। उल्लेखनीय है कि भारत आर्थिक तौर पर कमजोर और प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे देशों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता है। हाल ही में भारत ने भूस्खलन से जूझ रहे पापुआ न्यू गिनी को तत्काल राहत सहायता प्रदान की है। भारत-क्यूबा रिश्ते परंपरागत तौर पर अच्छे और दोस्ताना रहे हैं। क्यूबा संयुक्त राष्ट्र के लोकतंत्रीकरण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर भारत के विचारों से सहमत है।