नई दिल्ली। कन्याकुमारी के विवेकानंद शिला स्मारक के ध्यान मंडपम में प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी का 45 घंटे का ध्यान शुरू हो चुका है। वे यहां 01 जून तक ध्यानमग्न रहेंगे। इसी एतिहासिक स्थान पर स्वामी विवेकानंद ने 1892 में ध्यान किया था।
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई की शाम कन्याकुमारी पहुंचे। उन्होंने यहां सबसे पहले भगवति अम्मन देवी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने सफेद मुंडु (दक्षिण भारत में लुंगी की तरह पहना जाने वाला परिधान) पहना था। भगवती अम्मन मंदिर में पूजा के बाद मोदी शाम 6 बजकर 45 मिनट पर ध्यान में बैठे। वे अगले 45 घंटे तक ध्यानमग्न रहेंगे। इन 45 घंटों में वे केवल नारियल पानी जैसे तरल पदार्थ लेंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए कन्याकुमारी में बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। इसमें 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा सिक्योरिटी के लिए तमिलनाडु पुलिस का कोस्टल सिक्योरिटी ग्रुप, कोस्ट गार्ड और नेवी भी तैनात है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कन्याकुमारी में जिस स्थान पर 45 घंटे का ध्यान शुरू किया है, उसी स्थान पर स्वामी विवेकानंद ने 24, 25 और 26 दिसंबर 1892 को ध्यान किया था। 1963 में स्वामी विवेकानंद की जन्म शताब्दी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता एकनाथ रानाडे की अगुवाई में विवेकानंद रॉक मेमोरियल कमेटी ने यह मेमोरियल बनवाया गया था।