नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर को उनकी जयंती पर याद किया। प्रधानमंत्री पुण्य स्मरण करते हुए एक्स हैंडल पर लिखा, “गुरुदेव टैगोर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उनकी स्थायी बुद्धिमत्ता और प्रतिभा पीढ़ी दर पीढ़ी असंख्य लोगों को प्रेरित और प्रबुद्ध करती रहती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्ला और अंग्रेजी में लिखी इस पोस्ट में गुरुदेव का वीडियो भी साझा किया है। उल्लेखनीय है कि गुरुदेव टैगोर की रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। इनमें ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान तो ‘आमार सोनार बांग्ला’ बांग्लादेश का राष्ट्रगान बना। टैगोर ने कई कृतियां लिखीं जिनमें कविताएं, लघु कथाएं और उपन्यास लोकप्रिय हैं। उन्हें 1913 में गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे इसे हासिल करने वाले पहले गैर-यूरोपीय और पहले गीतकार थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर को उनकी जयंती पर याद किया। प्रधानमंत्री पुण्य स्मरण करते हुए एक्स हैंडल पर लिखा, “गुरुदेव टैगोर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उनकी स्थायी बुद्धिमत्ता और प्रतिभा पीढ़ी दर पीढ़ी असंख्य लोगों को प्रेरित और प्रबुद्ध करती रहती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्ला और अंग्रेजी में लिखी इस पोस्ट में गुरुदेव का वीडियो भी साझा किया है। उल्लेखनीय है कि गुरुदेव टैगोर की रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। इनमें ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान तो ‘आमार सोनार बांग्ला’ बांग्लादेश का राष्ट्रगान बना। टैगोर ने कई कृतियां लिखीं जिनमें कविताएं, लघु कथाएं और उपन्यास लोकप्रिय हैं। उन्हें 1913 में गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे इसे हासिल करने वाले पहले गैर-यूरोपीय और पहले गीतकार थे।