इंदौर। शहर के रणजीत हनुमान मंदिर में आयोजित भंडारे में मंगलवार रात एक श्रद्धालु की मौत हो गई। उन्हें सड़क पर गिरने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। यहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि मौत हार्ट अटैक से हुई, जबकि प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मौत धक्का-मुक्की और भगदड़ के कारण हुई।
रणजीत हनुमान मंदिर पर मंगलवार रात आयोजित भंडारे के दौरान विजय (48) पुत्र सुंदरलाल प्रजापत निवासी गोविंद कॉलोनी मल्हारगंज रात11.15 बजे चक्कर खाकर गिर गये थे। यहां मौजूद कार्यकर्ताओं की सहायता से उन्हें बाहर लाकर यूनीक हॉस्पिटल भेजा गया। यहां डाक्टरों ने साइलैंट अटैक से मौत की पुष्टि करते हुए उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले में पुलिस प्रशासन ने भगदड़ और धक्का मुक्की वाले घटनाक्रम को पूरी तरह अफवाह बताया है। टीआई अन्नपूर्णा संजू कामले का कहना है कि पूरे मंदिर परिसर और बाहर सीसीटीवी लगे थे। श्रद्धालु की मौत के बाद वहां के सभी सीसीटीवी चैक किए हैं। उसमें भगदड़ जैसा कुछ नहीं दिखाई दिया।
वहीं, इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी कुछ और ही बात कर रहे हैं। स्कीम नंबर-71 निवासी एक प्रतयक्षदर्शी का कहना है कि वह मंगलवार शाम 8 बजे से भंडारे की लाइन में लगा था। उनके आगे ही कुछ दूरी पर विजय खड़े थे। मंदिर प्रशासन पास वाले को अंदर एंट्री दे रहा था। रात करीब 11:15 बजे वह गेट के पास पहुंचे ही थे। इस दौरान गेट खोलने को लेकर भगदड़ हुई। जिसमें विजय घबराकर वहीं गिर गए। इस दौरान कुछ लोग उन पर चढ़ते हुए बाहर निकले। कुछ लोग वहीं जमीन पर गिर गए। वहां लगे बैरिकेड्स भी टूट गए। घबहराहट में विजय बाहर ही नहीं निकल पाए। इसके बाद चार लोगों ने उन्हें उठाकर बाहर निकाला और अस्पताल भेजा।