रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की मांग पर सीबीआई ने बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे में 12 आरोपितों के विरुद्ध नए सिरे से केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए सीबीआई की टीम शनिवार को इंडिगो की रूटीन फ्लाइट से रायपुर पहुंची। इसके बाद सीबीआई की टीम रायपुर एयरपोर्ट से सीधे दो वाहनों से बेमेतरा के बिरनपुर पहुंची।
बेमेतरा पुलिस से केस डायरी लेकर सीबीआई जांच में जुट गई है। विधायक ईश्वर साहू से सीबीआई की टीम ने मुलाकात की। सीबीआई की जांच टीम में एसपी, डीएसपी और टीआई स्तर के अधिकारी शामिल हैं। टीम कैम्प लगाकर मामले की आगे जांच करेगी।
21 फरवरी 2024 को विधायक ईश्वर साहू ने विधानसभा सदन में इस मामले को उठाते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग की थी। बिरनपुर गांव छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के साजा तहसील मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। बिरनपुर हिंसा का ही असर था कि साजा विधानसभा सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता रविंद्र चौबे अपनी सीट ईश्वर साहू से हार गए।
उल्लेखनीय है कि 8 अप्रैल 2023 में बिरनपुर में स्कूल से लौट रहे बच्चों को दूसरे समुदाय के बच्चों ने पीटा। जब बच्चों के परिजन पिटाई करने वाले समुदाय के पास शिकायत लेकर गए तो उन पर पथराव कर दिया गया। इसी दौरान हुए चाकू के हमले में विधायक ईश्वर साहू के पुत्र भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने 12 लोगों की गिरफ्तारी की जो अभी न्यायिक हिरासत में हैं। 12 व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 336, 307, 302 और 120-बी के तहत दर्ज मामले को अब सीबीआई ने अपने हाथ में लिया है।
इस मामले में सीबीआई जांच को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ने कहा कि भाजपा के लिए किसी की मौत सिर्फ राजनीति का विषय है। झीरम मामले में अभी तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। बिरनपुर मामले में जब पीड़ित पिता सदन में रोए तब कहीं जाकर भाजपा की नींद खुली।
मृतक भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू ने कहा है कि मेरे बेटे के हत्यारों को सजा मिलेगी। जिस प्रकार से हमने 35 से 40 आरोपियों की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। मेरे बेटे को झुंड में ले जाकर मारपीट कर हत्या कर दी गई। पिछली सरकार ने मामले में कुछ नहीं किया।यहां तक कि मुझे 10 लाख रुपया और नौकरी का लालच दिया गया, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया।