धोनी के वकील ने बताया कि उनके मुवक्किल ने अपने पूर्व व्यावसायिक साझेदारों के खिलाफ क्रिकेट अकादमियों की स्थापना के अनुबंध का अनुपालन नहीं करके लगभग 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
झारखंड की राजधानी रांची की एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पूर्व कारोबारी साझेदारों को तलब करने के लिए बुधवार को समन जारी करने का निर्देश दिया।
धोनी के वकील ने बताया कि उनके मुवक्किल ने अपने पूर्व व्यावसायिक साझेदारों के खिलाफ क्रिकेट अकादमियों की स्थापना के अनुबंध का अनुपालन नहीं करके लगभग 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
समन जारी करने का आदेश न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की अदालत ने पारित किया। धोनी के वकील दयानंद सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अक्टूबर 2023 में एक कंपनी के दो निदेशकों के खिलाफ धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने दावा किया कि दोनों निदेशकों ने धोनी से पैसा साझा किए बिना उनके नाम पर आठ से 10 स्थानों पर अकादमी खोलीं, जिससे पूर्व भारतीय कप्तान को 16 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सिंह ने बताया, ‘‘ शिकायत पर संज्ञान लिया गया है। अदालत ने आरोपी व्यक्तियों को समन जारी करने का निर्देश दिया है।’’ उन्होंने दावा किया किकंपनी के निदेशकों ने कथित तौर पर भारत और विदेशों में क्रिकेट अकादमी स्थापित करने के लिए 2017 में धोनी से संपर्क किया था।
उन्होंने दावा किया कि शुरुआत में इस बात पर सहमति बनी कि क्रिकेटर को पूरी फ्रेंचाइजी फीस मिलेगी और मुनाफा 70:30 के अनुपात में धोनी और साझेदारों के बीच बांटा जाएगा। साझेदारों पर धोनी की जानकारी के बिना और उन्हें कोई भुगतान किए बिना अकादमी स्थापित करने का आरोप लगाया गया है।