अभिषेक ने यह भी कहा कि मैं सुकांत बाबू से कहूंगा, मैं आपके लोकसभा क्षेत्र में आया और एक बार फिर चुनौती दी। एक तरफ तुम रहोगे, दूसरी तरफ मैं रहूँगा। इन 3 सालों में अगर बीजेपी 10 पैसे का श्वेत पत्र और 100 दिनों के 10 पैसे के निवास का बिल दे दे तो मैं राजनीति के मैदान में कदम नहीं रखूंगा।
पूरा देश लोकसभा चुनाव में चुनौतियों और प्रति चुनौतियों का सामना करने में जुटा है। मतदान का अर्थ है एक दूसरे युद्ध में एक दूसरे को घायल करने का मौसम। ऐसे में अभिषेक बंदूपाध्याय पूरे प्रदेश में जन सभा कर रहे हैं। उनकी सभा बालुरघाट में थी, जो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का क्षेत्र है। नदी के किनारे खड़े अभिषेक बंद्योपाध्याय ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर तीखा निशाना साधा। तपती रेत के मतदान युद्ध में हम सब एक साथ आएं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को ‘इसे छोड़ेंगे तो अल्सर हो जाएगा और बढ़ने देंगे तो कैंसर हो जाएगा’ जैसे वाक्यांशों के साथ चुनौती दी।
अभिषेक ने यह भी कहा कि मैं सुकांत बाबू से कहूंगा, मैं आपके लोकसभा क्षेत्र में आया और एक बार फिर चुनौती दी। एक तरफ तुम रहोगे, दूसरी तरफ मैं रहूँगा। इन 3 सालों में अगर बीजेपी 10 पैसे का श्वेत पत्र और 100 दिनों के 10 पैसे के निवास का बिल दे दे तो मैं राजनीति के मैदान में कदम नहीं रखूंगा। बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी 100 दिन का काम, आवास योजना जैसी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए वित्तीय आवंटन रोकने को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर लगातार हमला कर रही है। इसी मुद्दे पर तृणमूल की आलोचना करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बालुरघाट से सांसद सुकांत मजूमदार ने तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सुकांत मजूमदार एक फोन कर देंगे, सारे पैसे आ जायेंगे।
अभिषेक बनर्जी ने इस मुद्दे पर सुकांत मजूमदार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपके सांसद सुकांत मजूमदार ने मीडिया के सामने कहा कि मैं एक टेलीफोन करूंगा और बंगाल की जनता का पैसा आ जाएगा. तो अंदाजा लगाइए कि आपका पैसा किसके पास है? इस चुनाव में जनता के वोट से चुने जाने के बाद आप उन्हें शिक्षित करेंगे या नहीं?’ वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर कई खाली जनसभाओं की तस्वीरें पोस्ट कर लिखा, ‘आज गंगारामपुर में भाई ने खाली मैदान में गोल कर दिया… जो अपनी ही सभा नहीं भर सकता, वो फिर ललकारता है’ मुझे अपनी जमीन पर खड़ा होना है!