युवाओं के साथ ‘पाप’ करने वाले न घर के रहेंगे न घाट के : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 25 फरवरी। पुलिस भर्ती परीक्षा में कथित प्रश्नपत्र लीक मामले में सीएम योगी ने ऐसे तत्वों को खुली चेतावनी दी है जो युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सीएम योगी ने दो टूक कहा है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना राष्ट्रीय पाप है और इसमें लिप्त लोगों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वो ना घर के रहेंगे ना घाट के। ऐसे तत्वों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई भविष्य के लिए नजीर के रूप में याद रखी जाएगी। रविवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों में करीब 18 सौ पदों पर निष्पक्ष और परदर्शी ढंग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के उपरांत सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

न घर के रहेंगे न घाट के, कार्रवाई ऐसी होगी कि जो दूसरों के लिए नजीर बने

उन्होंने कहा कि हमारा पहले दिन से ही संकल्प है कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ पा रही है तो ये युवाओं के साथ खिलवाड़ है और अपनी प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है। अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है। पहले दिन से ही हमने तय किया है कि युवाओं के जीवन और भविष्य के साथ जो भी खिलवाड़ करेगा हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर उन तत्वों से उतनी ही सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम करेंगे। हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सरकार पहले भी कार्रवाई करती रही है और एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि हम सभी तकनीक का उपयोग करते हैं, इसी तरह ऐसे तत्व भी तकनीक का उपयोग गलत कार्य के लिए करते। कई बार सोचता हूं कि वो लोग तकनीक का इस्तेमाल करके अच्छे काम करते तो आगे बढ़ते और खुशहाल होते। मगर अब वे न घर के रहेंगे न घाट के और सरकार की कार्रवाई ऐसी होगी कि जो दूसरों के लिए नजीर बनेगी।

निष्पक्ष चयन प्रक्रिया सरकार की शीर्ष प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने अलग अलग विभगों में चयनित युवाओं को प्रदेश की सेवाओं में आने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का विजन ही डबल इंजन सरकार का मिशन भी है। निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से हर नौजवान को उसका अधिकार प्राप्त हो सके, सरकार इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उसी का परिणाम है कि पिछले 7 साल में 6 लाख से अधिक युवाओं को अबतक प्रदेश के शासकीय विभागों में नौकरियां प्रदान की गई हैं। नियुक्ति की प्रक्रिया सभी आयोगों और बोर्डों के माध्यम से निरंतर जारी है। एक तरफ सरकारी विभागों में पूरी सुचिता और पारदर्शिता पूर्ण तरीके से नियुक्ति की प्रक्रिया को संपन्न किया जा रहा है, वहीं नौकरी और रोजगार की नई संभावनाओं के लिए जो प्रयास प्रारंभ किये गये हैं उनके सार्थक परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं।

34 लाख युवाओं को रोजगार देगा 10 लाख करोड़ का निवेश

सीएम योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान मिले 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2024 के दौरान 10 लाख 24 हजार करोड़ के निवेश के शिलान्यास को प्रदेश की बदलती तस्वीर के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि इन निवेशों की वजह से प्रदेश के 34 लाख नौजवानों को सीधे सीधे नौकरी और रोजगार के अवसर मिलेंगे। ये 34 लाख युवा पहले नौकरी और रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र, दिल्ली, बेंगलूरु, तमिलनाडु जाता, मगर आज उसे कहीं जाने की जरूरत नहीं है, उसे अपने जिले और अपने प्रदेश में नौकरी मिल रही है।

समय से ऑफिस आएं, ईमानदारी से करें काम, नियुक्ति मिलना मंजिल नहीं केवल पड़ाव है

सीएम योगी ने नवचयनित अभ्यर्थियों से अपील की कि वे ईमानदारी पूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए प्रदेश और देश के विकास पर अपना फोकस रखें। साथ ही गरीबों के प्रति संवेदनशील व्यवहार के साथ ही जवाबदेही व जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको बिना भेदभाव के नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ है तो इसी भाव के साथ आप राज्य के विकास में अपना योगदान दें। आप समय से अपने कार्यालय पहुंचे, समय से कार्यों को पूरा करें। किसी भी फाइल को पेंडिंग ना छोड़ें। अक्सर टालमटोल के कारण कार्य का ढेर जमा हो जाता है और समय पर पूरा नहीं होता। धीरे धीरे पूरी कार्यप्रणाली अपने ट्रैक से उतरने लगती है। ऐसे लोगों को बाद में अनुशासनात्मक कार्रवाई भी झेलनी पड़ती है। आप अपने माता-पिता, गुरुओं और दोस्तों, शुभचिंतकों के प्रेम व आशीर्वाद से इस पड़ाव तक पहुंचे हैं। आपने अभी एक पड़ाव पूरा किया है। इसे मंजिल नहीं समझना है। आपको पैर रखने के लिए जगह मिल चुकी है, अब आपके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का समय है। पहले 10 साल में आप जितनी मेहनत और अच्छा प्रदर्शन करेंगे, आप अपने विभाग के भविष्य का रोडमैप भी तय करेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा, राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, मयंकेश्वर शरण सिंह, दिनेश खटीक, रामकेश निषाद, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी सहित प्रदेश के विरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण एवं नवचयनित युवा मौजूद रहे।

इन चयनित अभ्यर्थियों को सीएम ने सौंपा नियुक्ति पत्र

सिंचाई विभाग में अवर अभियंता पद पर लखनऊ के शुभम वर्मा, हरदोई की अनीता राजपूत को। आवास विकास परिषद् में अवर अभियंता पद पर अमर वर्मा और मैनपुरी की कामिनी कमल को। आयुष विभाग में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी पद पर डॉ विजया लक्ष्मी, डॉ रेनू यादव को। दंत चकित्सक अनिमेष त्रिपाठी और डॉ आशुतोष श्रीवास्तव को। समीक्षा अधिकारी सचिवालय प्रशासन में पंकज कुमार को। प्रशासनिक सुधार विभाग में निरीक्षक पद पर प्रशांत श्रीवास्तव को। पॉवर कॉपोरेशन में टेक्नीशियन इलेक्ट्रिकल पद पर नीलम गौतम और हर्षित सिंह चौहान को। गृह विभाग में सहायक अभियोजन अधिकारी ऋचा सोनकर और अनुज तिवारी को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

इन विभागों में इतने पदों पर चयनित हुए अभ्यर्थी

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एवं विद्युत सेवा आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 1782 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया है। इसमें उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के विभिन्न पदों पर 852, दंत चिकित्सक (चिकित्सा विभाग) के लिए 141, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी (आयुष विभाग) के लिए 391, समीक्षा अधिकारी हिंदी/उर्दू (उत्तर प्रदेश सचिवालय) के लिए 14, सहायक अभियोजन अधिकारी (गृह विभाग) के लिए 42, अवर अभियंता (आवास विभाग) के लिए 123, अवर अभियंता (सिंचाई विभाग) के लिए 210 निरीक्षक (राजकीय कार्यालय निरीक्षणालय, प्रयागराज) के लिए 9 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ हे।

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