लखनऊ: नगर विकास विभाग व उप्र जल निगम (नगरीय) के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वॉटर कॉनक्लेव का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने अमृत 2.0 कार्यक्रम की व्यापकता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए हर घर शुद्ध जल पहुंचाने और अमृत 2.0 कार्यक्रम को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि अमृत 2.0 कार्यक्रम द्वारा प्रदेश में 43 लाख से अधिक घरों को पेयजल कनेक्शन और 5 लाख घरों को सीवर हाउस कनेक्शन दिया जायेगा। उन्होंने टेक्नोलॉजी के अधिक से अधिक प्रयोग, पेयजल, सीवरेज प्रबन्धक, री-यूस्ड और यूस्ड वाटर पर बल दिया।
उन्होंने शहरों को स्वच्छ बनाने, वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने, अमृत योजना के अन्तर्गत सरोवरों का जीर्णोद्धार, वर्षा जल संचयन, प्राकृतिक जल स्त्रोतों का बेहतर रख-रखाव आदि अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार प्रकट किए। मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री जी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को मूर्तरूप प्रदान करने में सभी की भागीदारी सुनिश्चित किए जाने पर विशेष बल दिया। नगर विकास विभाग से अपेक्षा की गई कि अमृत 2.0 कार्यक्रम के अन्तर्गत समस्त नगरीय निकायों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में परियोजनाएं तैयार कर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय।
अवगत कराया कि उड़ीसा के पुरी शहर में क्रियान्वित 24×7 जलापूर्ति के सफल मॉडल पर आधारित रामनगरी अयोध्या में 24×7 जलापूर्ति की परियोजना का क्रियान्वयन प्रगति पर है। आगामी दो वर्षों में अयोध्या नगरवासियों को यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इस कॉनक्लेव के आयोजन में यूएसएआईडी व केपीएमजी ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ पेयजल आपूर्ति एवं जलोत्सारण के क्षेत्र में विभिन्न तकनीकी प्रौद्योगिकी एवं नवाचारों को लेकर पूरे प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए हुए लगभग 350 मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता, जूनियर इंजीनियर व विभिन्न नगर निगमों, नगर निकायों एवं जलकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। अमृत 2.0 के अन्तर्गत प्रदेश में 10 लाख से अधिक घरों में नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं। साथ ही 166 अमृत सरोवरों के पुनरूद्धार की परियोजनायें शासन द्वारा स्वीकृत की जा चुकी हैं। इस दौरान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
इस दौरान नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, सचिव अजय कुमार शुक्ला, विशेष सचिव अमित कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया। उ०प्र० जल निगम (नगरीय) के प्रबंध निदेशक राकेश कुमार मिश्र ने अतिथियों के प्रति आभार जताया।