गोरखपुर, 4 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूली छात्र-छात्राओं को ऊर्जा एवं पर्यावरण संरक्षण की सीख देते हुए कहा कि दुनिया को ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बचने के लिए पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर गंभीरता से ध्यान देना होगा। पर्यावरण को बचाकर ही जीव सृष्टि की भी रक्षा की जा सकेगी। पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार तो प्रयास कर ही रही है, समाज को भी जागरूक होना पड़ेगा। सीएम योगी रविवार को दोपहर बाद दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज सभागार में एक मीडिया समूह की तरफ से आयोजित सम्मान समारोह में विद्यार्थियों को सम्मानित करने के बाद उनका मार्गदर्शन कर रहे थे। इस समारोह में पूर्व में हुए बाल मेला एवं बाल उमंग कार्यक्रम की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कृत कराया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति में मनुष्य के साथ हर जीव की मौजूदगी आवश्यक है। सभी एक दूसरे पर आश्रित हैं। इसलिए हमें उनकी जरूरत को भी देखने की आवश्यकता है। पर्यावरण के नुकसान से जीव सृष्टि को नुकसान होगा और इस खतरे से मनुष्य भी अछूता नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के वैज्ञानिक और पर्यावरणविद ग्लोबल वार्मिंग से चिंतित हैं। इसे रोका नहीं गया तो दुनिया के कई क्षेत्रों में व्यापक सूखा और बाढ़ जैसी आपदाएं आ सकती हैं। खाद्यान्न का भीषण संकट उत्पन्न हो सकता है। जरूरी है कि हम आज ही इस पर नियंत्रण रखने की तरफ कदम बढ़ाएं।
एलइडी स्ट्रीट लाइट से ऊर्जा की बचत, कार्बन उत्सर्जन भी कम
पर्यावरण संरक्षण को लेकर सीएम योगी ने अपनी सरकार की तरफ से उठाए गए एक महत्वपूर्ण उपाय की जानकारी भी छात्र-छात्राओं को दी। उन्होंने बताया कि 5-6 वर्ष पूर्व मोहल्ले में हैलोजन स्ट्रीट लाइट जलती थी। इससे बिजली का खर्च अधिक होता था और कार्बन उत्सर्जन भी। यह ग्लोबल वार्मिंग के लिहाज से खतरनाक था। सरकार ने अभियान चलाकर कम ऊर्जा की खपत और कम कार्बन उत्सर्जन करने वाली एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाकर ऊर्जा की बचत भी की और कार्बन उत्सर्जन से होने वाले नुकसान को भी कम किया। बताया कि प्रदेश में बिना पैसा खर्च किए 16 लाख एलइडी स्ट्रीट लाइट लगा दी गई हैं। देश को अच्छा बनाना है तो ऊर्जा की बचत करनी ही होगी।
पर्यावरण व स्वच्छता के प्रति समाज को जागरूक करें विद्यार्थी
पर्यावरण संरक्षण की अपनी पाठशाला को आगे बढ़ते हुए सीएम योगी ने कहा कि सरकार जुलाई माह में वन महोत्सव का आयोजन कर व्यापक पैमाने पर पौधारोपण और पौधों के संरक्षण का अभियान चलाती है। सौ वर्ष पुराने वृक्षों को विरासत वृक्ष घोषित करती है। वन महोत्सव की उपलब्धियां ऐसी हैं कि कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं इसे लेकर प्रदेश को पुरस्कृत कर रही हैं। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रदेश सरकार की तरफ से प्रतिबंधित किए जाने की बात कहते हुए विद्यार्थियों से अपील की कि वे इसके लिए समाज को भी जागरूक करें। लोगों को यह समझाएं कि सड़क या नाली में कूड़ा न फेकें। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना योगदान दें। स्वच्छता को अपनाकर बहुत सी बीमारियों से भी बचा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का कार्य केवल सरकार के स्तर पर नहीं किया जा सकता बल्कि इसे जन अभियान बनाकर सफलता की नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए समाज का आगे आना आवश्यक है।
मन मस्तिष्क पर अमिट छाप छोड़ता है व्यावहारिक ज्ञान
बाल मेला जैसे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देते हैं। इससे भावी पीढ़ी में अपनी मातृभूमि और विरासत के प्रति आत्मीयता का भाव भी पैदा होता है। उन्होंने कहा की पुस्तकीय ज्ञान केवल हमें शिक्षित बनता है और समय के साथ यह विलुप्त सा हो जाता है। जबकि व्यावहारिक ज्ञान हमारे मन-मस्तिष्क पर अमिट छाप छोड़ता है। जीवन की सफलता का मार्ग भी यहीं से प्रारंभ होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन चुनौतियों से जूझने के लिए होता है और जिनके अंदर जूझने की क्षमता होती है उन्हें सफलता अवश्य मिलती है।
गोरखपुर के विकास कार्यों की भी चर्चा
सम्मान समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों से गोरखपुर के विकास कार्यों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पहले यहां की सड़कें काफी संकरी होती थीं, अब यहां फोरलेन सड़के हैं। यहां का बीआरडी मेडिकल कॉलेज कभी खुद बीमार रहता था आज वह चिकित्सा का बेहतरीन केंद्र बन गया है। साथ ही गोरखपुर में एम्स भी खुल चुका है। गोरखपुर चार विश्वविद्यालयों वाला शहर है। यहां जो खाद कारखाना कभी बंद पड़ा था आज वह फिर से चल रहा है। जो रामगढ़ताल गंदगी और अपराध का केंद्र था, आज वह पर्यटन का केंद्र बन गया है। कभी यहां के युवा नौकरी के लिए बाहर जाते थे, आज औद्योगिक प्रगति के कारण बाहर के लोग यहां नौकरी करने आते हैं।
बेहद सौभाग्यशाली है हमारी यह पीढ़ी
सीएम योगी ने अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी यह पीढ़ी बेहद सौभाग्यशाली है। यह पीढ़ी 500 वर्षों के इंतजार के बाद आए अविस्मरणीय अवसर की साक्षी बनी है। श्रीरामलला का भव्य मंदिर में विराजमान होना, भारत के गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा का आयोजन है।
समारोह को सांसद रविकिशन शुक्ल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन एवं महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी भी उपस्थित रहे।