लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के विजन से कार्य कर रही योगी सरकार प्रदेश को प्रगति की नई गति प्रदान कर रही है। उत्तर प्रदेश की विकासगाथा का अहम हिस्सा साबित होने वाले ग्रेटर नोएडा रीजन में जेवर एयरपोर्ट के पास यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना व विकास की प्रक्रिया निरंतर जारी है। उल्लेखनीय है कि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 28 में 350 एकड़ प्रसार क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क का विकास किया जा रहा है। इसकी कुल लागत 439 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जिसमें से सामान्य बुनियादी सुविधाओं (सीआईएफ) के विकास की लागत लगभग 190 करोड़ रुपये होगी। ऐसे में, मेडिकल डिवाइस पार्क को गामा रेडिएशन फैसिलिटी के जरिए कैंसर केयर समेत तमाम सुविधाओं से लैस करने की प्रक्रिया को सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन अनुसार शुरू कर दिया गया है। इस क्रम में, यहां मेडिकल डिवाइस पार्क में कैंसर केयर व रेडियोलॉजी मेडिकल डिवाइसेस, इमेजिंग मेडिकल डिवाइसेस, एनेस्थेटिक्स व कार्डियो रेस्पिरेटरी तथा पेसमेकर्स व कोकलियर इंप्लांट डिवाइसेस से संबंधित इक्विप्मेंट्स से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
‘वन स्टॉप डेस्टिनेशन’ के तौर पर कार्य करेगा मेडिकल डिवाइस पार्क
मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना व विकास के पीछे योगी सरकार का उद्देश्य वन स्टॉप डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने का था जहां एक ही स्थान पर सामान्य व विविध परीक्षणों के लिए प्रयोगशाला व केंद्र की सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इससे यहां इन इक्विप्मेंट्स के विनिर्माण व प्रयोग लागत में काफी कमी आएगी और देश में चिकित्सा उपकरण विनिर्माण के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र तैयार होगा। योजना के तहत, राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित चयनित मेडिकल डिवाइस पार्क में सामान्य बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए एकमुश्त अनुदान सहायता प्रदान की जा रही है। इसी क्रम में अब मेडिकल डिवाइस पार्क में कैंसर केयर, रेडियोलॉजी व इमेजिंग मेडिकल डिवाइसेस, एनेस्थेटिक्स व कार्डियो रेस्पिरेटरी तथा पेसमेकर्स व कोकलियर इंप्लांट डिवाइसेस के इक्विप्मेंट्स से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस उद्देश्य से यीडा द्वारा एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (ईओआई) के माध्यम से गामा रेडिएशन सुविधाएं स्थापित करने और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के माध्यम से इन सुविधाओं के संचालन, रखरखाव और प्रबंधन में रुचि रखने वाली कंपनियों को आमंत्रित किया जा चुका है तथा कार्य वितरण की प्रक्रिया जारी है।
5 टारगेट सेगमेंट से संबंधित फैसिलिटीज के विकास पर फोकस
सेक्टर 28 में विकसित किए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में 5 टारगेट सेगमेंट से संबंधित फैसिलिटीज के विकास पर फोकस किया जा रहा है। इसके तहत पहली केटेगरी में कैंसर केयर-रेडियोथेरेपी मेडिकल डिवाइसेस के संयंत्र के तौर पर रोटेशन कोबाल्ट मशीन, रेडियोथेरेपी सिमुलेशन सिस्टम, लीनैक 4 ब्रैकीथेरेपी सिस्टम का विकास संभव होगा। वहीं, रेडियोलॉजी व न्यूक्लियर इमेजिंग सिस्टम के तहत एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे, स्पेक्ट स्कैन, मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड मशीन व कैथलैब की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा। इसी प्रकार, एनेस्थेटिक्स और कार्डियो-रेस्पिरेटरी चिकित्सा उपकरण (जिसमें कार्डियोरेस्पिरेटरी श्रेणी के कैथेटर और गुर्दे की देखभाल संबंधी चिकित्सा उपकरण शामिल हैं) के अंतर्गत एनेस्थीसिया वर्कस्टेशन, स्वचालित बाहरी डिफिब्रिलेटर (एईडी), डायलिसिस मशीन, डायलाइजर व पेरिटोनियल डायलाइजर किट के विनिर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। इसी प्रक्रार, कॉकलियर इम्प्लांट और पेसमेकर जैसे इम्प्लांटेबल इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों सहित हिप इम्प्लांट, घुटना इम्प्लांट, इम्प्लांटेड पेसमेकर और इंसुलिन पंप इक्विप्मेंट्स जैसी सुविधाओं का मार्ग प्रशस्त होगा। पांचवीं कैटेगरी के तौर पर इन वाइट्रो डायग्नोस्टिक्स के रूप में बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर, हेमेटोलॉजी एनालाइजर, इम्यूनोएस्से, को-ऑगुलेशन एनालाइजर व ब्ल्ड गैस एनालाइजर जैसी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।