लखनऊ, 27 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि तथा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने 19वें एशियाई खेल-2022, चतुर्थ पैरा एशियाई खेल-2022 एवं 37वें राष्ट्रीय खेल-2023 में पदक अर्जित करने वाले एवं प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के 189 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 62 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि वितरित की। इसके साथ ही 7 पदक विजेता खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक, जिला युवा कल्याण अधिकारी एवं यात्री/माल कर अधिकारी के रूप में नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने ऐलान किया कि जहां भारत सरकार की ओर से हर जनपद में खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना की जा रही है, उसी तर्ज पर प्रदेश के हर ब्लॉक में खेलो उत्तर प्रदेश सेंटर की स्थापना करेंगे। इसके लिए खेल विभाग के साथ मिलकर एक राशि निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले ही तय किया है कि जो खिलाड़ी खेलों के उपरांत अपना समय दे सकते हैं उनको खेलो यूपी सेंटर में निश्चित मानदेय पर कोच नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि ब्लॉक स्तर पर अच्छे कोच होंगे तो हमारे खिलाड़ी और भी निखर सकेंगे और हम देश और विदेश में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे।
पिछले 10 वर्षों में बदला खेलों का माहौल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले दस वर्ष के अंदर खेलों में एक माहौल बना है। युवा ऊर्जा के प्रोत्साहन के लिए जो एक नया प्लेटफॉर्म प्रधानमंत्री जी ने दिया है,उनके विजन को उनकी भावनाओं के अनुरूप जमीनी धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की 16 आबादी निवास करती है और हमारे खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स के 25 फीसदी मेडल प्राप्त किए हैं। नेशनल गेम्स में भी यूपी के खिलाड़ियों ने अच्छा किया है और उसे और भी अच्छा करने के लिए यह सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछला एक सप्ताह हम लोगों के लिए प्रदेश की विभूतियों को सम्मानित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। 22 जनवरी को 500 वर्षों का इंतजार करते हुए प्रभु श्रीरामलला अपने दिव्य और भव्य मंदिर में फिर से विराजमान हुए हैं। पूरा देश और दुनिया इस उत्साहवर्धक आयोजन की साक्षी बनी और उसे देखने के लिए उत्सुक है। ये केवल श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम नहीं था, भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ है। 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर हमने अपनी तमाम विभूतियों को सम्मानित किया था। 26 जनवरी को राजभवन में खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली विभूतियों को लक्ष्मण पुरस्कार और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान किया गया।
आज सरकार पैसा भी दे रही और नौकरी भी
सीएम योगी ने कहा कि आज 189 खिलाड़ियों को 62 करोड़ की राशि प्रदान की गई है तो 7 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। यही परिवर्तन होता है जब नेतृत्व अच्छा होता है। पहले पैसा देकर नौकरी खरीदते थे, लेकिन आज सरकार नौकरी भी दे रही है और पैसा भी दे रही है। अपनी विभूतियों को सम्मानित करना राष्ट्र की प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। अपने देश की पुनप्रतिष्ठा और गौरव को स्थापित करना ये सम्मान का कार्यक्रम उसी का हिस्सा है। प्रदेश में खेलो इंडिया खेलो से जो शुरुआत हुई, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता, उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, ये सभी आयोजन पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुए। सरकार ने पहले से संकल्प लिया है कि हम हर जनपद में स्टेडियम बनाएंगे, हर ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाएंगे, हर ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम बनाएंगे। इसके साथ ही खेल और खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी हो, इसका भी प्राविधान करेंगे। उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य है जिसने अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र देकर नौकरी प्रदान कर दी है। इसमें डिप्टी एसपी के पद से लेकर के पुलिस में भर्ती तक स्थान प्रदान किया गया है।
परिणाम अच्छा लाएंगे तो सरकार पलक पावड़े बिछाकर सम्मान करेगी
सीएम योगी ने कहा कि जो पैरा खिलाड़ी हैं इनके लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। मेडल प्राप्त करने वाले इन खिलाड़ियों को भी हम नियुक्ति दे सकें। यह हमारी विभूतियां हैं। इन्होंने अपने सामर्थ्य से देश का और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जब एशियन गेम्स में हमारे राज्य की बालिका ने कहा कि गोल्ड मेडल इसलिए जीती हूं क्योंकि हमारे राज्य में डिप्टी एसपी का पद मिलेगा, उसी दिन तय किया कि सम्मान समारोह में इस बालिका को डिप्टी एसपी का पद जरूर दो। सीएम योगी ने आए हुए युवा खिलाड़ियों से कहा कि अब आपके लिए बहुत से अवसर हैं। इसीलिए प्रदेश के सभी 75 जनपदों से हमने खिलाड़ियों को यहां बुलाया है, ताकि वो इस कार्यक्रम को देख सकें। परिणाम अच्छा लाएंगे तो सरकार पलक पावड़े बिछाकर इसी तरह आपका सम्मान करेगी, आपके जीवन का ध्यान रखेगी। इसके लिए आपको खुद को तैयार करना है। राज्य सरकार ने सिर्फ संसाधन ही नहीं बढ़ाए हैं, बल्कि प्रोत्साहन राशि भी बढ़ाई है। नौकरियां भी दे रहे हैं और अन्य प्रकार की सुविधाओं में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं। और भी अच्छे प्रयास किए जाएंगे। सीएम ने खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एशियन गेम्स में जिन लोगों ने मेडल प्राप्त किए हैं उन्हें प्रदेश के स्पोर्ट्स कॉलेज और स्पोर्ट्स हॉस्टल या जनपद स्तर पर जो भी कार्यक्रम चल रहे हैं वहां का दौरा जरूर कराएं। ये लोग वहां अपने अनुभव जरूर शेयर करें, ताकि नवोदित खिलाड़ी भी प्रेरणा प्राप्त कर सकें। उन्होंने आश्वासन दिया कि डबल इंजन की सरकार आपके हितों का संवर्धन करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य करती रहेगी।
इस अवसर पर केंद्रीय खेल और युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, खेल युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव खेल आलोक कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू, खेल सचिव सुहास एलवाई , निदेशक खेल डॉ आर पी सिंह एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
खेलों में भी उत्तर प्रदेश होगा सबसे आगेः अनुराग ठाकुर
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने खिलाड़ियों से कहा कि आपने एक ऐसी उड़ान भरी है, जिसने देश का मान सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए सीएम योगी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश के अखबारों में अगर हेडलाइन बनती थी तो घोटालों की बनती थी। अब कॉमनवेल्थ के घोटाले की चर्चा नहीं होती, मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों का नाम छपता है। लगभग एक दशक में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। प्रधानमंत्री जी ने जहां खेलों का बजट 3 गुना बढ़ाया है तो वहीं उत्तर प्रदेश में भी खेलों को प्रोत्साहन मिला है। आज खिलाड़ियों को इतनी सुविधाएं मिल रही हैं कि उन्हें अपने खर्चे पर नहीं, बल्कि परफॉर्मेंस पर ध्यान देना होता है। यही वजह है कि एशियन गेम्स में खिलाड़ियों ने 107 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
पैराएशियन खिलाड़ियों ने इस आंकड़े को भी पार कर लिया। जितना आप सबने किया, उससे बढ़-चढ़कर सरकारों ने प्रोत्साहन दिया। आप सबने वो करके दिखाया, जिस पर आपको ही नहीं पूरे समाज को और पूरे देश को गर्व है। ये पड़ाव नहीं शुरुआत है। आपकी उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। योगी जी ने जो संकल्प लिया है, निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश खेलों में सबसे आगे रहने वाला है। योगी जी उत्तर प्रदेश को खेलों में आगे ले जाना चाहते हैं,उनके सपने को साकार करने की जिम्मेदारी आप सबकी है। उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, पूरे देश को यहां से ऊर्जा मिल रही है। पहले उत्तर प्रदेश का नाम दंगों के लिए आता था, अब यहां दंगल होते हैं। पहले सड़कों पर गोलियां चलती थीं, लेकिन अब हमारे शूटर ओलंपिक में पदक पर निशाना साधते हैं। योगी जी आप सुविधाएं देते रहें, हमारे खिलाड़ी इतिहास रचते रहेंगे।
इन पदक विजेताओं का हुआ सम्मान
- कांस्य पदकः 75 लाख
- किरन बालियान
- सीमा पूनिया
- गुलवीर सिंह
- अर्जुन सिंह
- अहबाद अली
- खुशबू
रजत पदकः 1.5 करोड़
- अजय कुमार सरोज
- कार्तिक कुमार
- पुनीत कुमार
- नीरज
- नीतीश कुमार
- अरविंद सिंह
- प्राची
- वंतिका अग्रवाल
स्वर्ण पदकः 3 करोड़
- पारुल चौधरी
- दीप्ति शर्मा
- ललित कुमार उपाध्याय
- अखिल श्योराण
- अर्जुन देशवाल
पैराएशियन गेम्स
- कांस्य पदकः 75 लाख
- पुष्पेंद्र सिंह
- श्रेयांस त्रिवेदी
रजत पदकः 1.5 करोड़
- प्रदीप कुमार
- सिमरन
- जैनब खातून
- सूरज सिंह
स्वर्ण पदकः 3 करोड़
- सुहास एलवाई
- प्रवीण कुमार
इन्हें मिला नियुक्ति पत्र
- दीप्ति शर्मा, क्रिकेट, डिप्टी एसपी
- पारुल चौधरी, एथलेटिक्स, डिप्टी एसपी
- अखिल श्योराण, शूटिंग, डिप्टी एसपी
- अर्जुन देशवाल, डिप्टी एसपी
- पुनीत कुमार, जिला युवा कल्याण अधिकारी
- प्राची, जिला युवा कल्याण अधिकारी
- अर्जुन सिंह, यात्री, माल कर अधिकारी