लखनऊ, 9 जनवरी 2024। पिछले साल उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत गोरखपुर के रामगढ़ताल में रोइंग की स्पर्धाओं के सफल आयोजन के बाद रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश में इस खेल को नए आयाम देने के लिए कवायद शुरू कर दी थी।
इसी क्रम में रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कोस्टल रोइंग के प्रभारी कार्तिक राघव मूर्ति एस ने उत्तर प्रदेश में कोस्टल रोइंग की संभावनाओं पर विचार के लिए उत्तर प्रदेश का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि भारत में कोस्टल रोइंग काफी तेजी से प्रचलित हो रहा है जिसकी स्पर्धा खुले व बहते पानी में लहरों के साथ होती है जो रोइंग में एक अलग ही विधा है। दूसरी ओर सामान्य रोइंग की स्पर्धाएं स्थिर जल में होती है। उन्होंने कहा कि वाराणसी, प्रयागराज सहित लखनऊ के पिपराघाट में भी रोइंग की स्पर्धाएं हो सकती है।
इससे पहले कार्तिक राघव मूर्ति एस के लखनऊ आगमन पर उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत व सम्मान अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान करके किया। उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने अपने प्रेषित संदेश में कहा कि उत्तर प्रदेश में कोस्टल रोइंग के विकास के लिए उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ हर संभव सहायता प्रदान करेगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के डा.आईडी शर्मा, उपाध्यक्ष राकेश कुमार शुक्ला, एसएन द्विवेदी, संयुक्त सचिव संदीप अरोड़ा व डा.सिद्धार्थ शुक्ला मौजूद रहे।
बताते चले कि उत्तर प्रदेश में पिछले साल हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत गोरखपुर के रामगढ़ताल में रोइंग की स्पर्धाओं के सफल आयोजन के बाद रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने रामगढ़ताल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की रोइंग प्रतियोगिता कराए जाने की संभावना जताई थी।
इसके बाद रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष और भारतीय ओलंपिक संघ की उपाध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। उस पत्र में उन्होंने गोरखपुर के रामगढ़ताल की सराहना करते हुए रामगढ़ताल में साई के माध्यम से वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रोइंग ट्रेनिंग सेंटर और वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में रोइंग प्रशिक्षण की शुरुआत कराने का अनुरोध किया था।