( शाश्वत तिवारी) : विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर गुरुवार को नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे और नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। उन्होंने अपने नेपाली समकक्ष एन. पी. सऊद के साथ बैठक की और समग्र द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार, संपर्क परियोजनाओं के साथ ही रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
भारत और नेपाल के बीच एक दीर्घकालिक समझौते पर सहमति बनी है, जिसके तहत नेपाल भारत को बिजली का निर्यात करेगा। इसके अलावा दोनों देश नवीकरणीय ऊर्जा विकास में भी भागीदार होंगे। जयशंकर ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से भी मुलाकात की, जिस दौरान दोनों पक्षों ने प्राचीन एवं बहुआयामी नेपाल-भारत संबंधों पर ठोस विचारों का आदान-प्रदान किया।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा अपने समकक्ष एन. पी. सऊद के साथ 7वें भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की व्यापक और सार्थक बैठक की सह-अध्यक्षता की। चर्चाएं हमारे समग्र द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार और आर्थिक संबंधों, भूमि, रेल और हवाई संपर्क परियोजनाओं, रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग, कृषि, ऊर्जा, बिजली, जल संसाधन, आपदा प्रबंधन, पर्यटन, नागरिक उड्डयन, लोगों से लोगों के बीच संपर्क, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और विकास साझेदारी पर केंद्रित थीं।
जयशंकर ने अपने दौरे में काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने सऊद के साथ त्रिुभवन विश्वविद्यालय केंद्रीय पुस्तकालय और अन्य पुनर्निर्माण परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इस दौरान जयशंकर ने कहा कि भारत पिछले साल आए भूकंप से प्रभावित नेपाल के पश्चिमी जिले में बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 7.5 करोड़ डॉलर का वित्तीय पैकेज देगा।
जयशंकर ने नेपाल क्रिकेट टीम और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नेपाल के सदस्यों के साथ मुलाकात की और उन्हें टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने पर बधाई दी। अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने नेपाल के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों माधव कुमार नेपाल, के. पी. शर्मा ओली और शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात की।