नयी दिल्ली। इजरायल-हमास आतंकियों के बीच कई दिनों से भीषण जंग जारी है। इजराइली सेना ने गाजा में हमास लड़ाकों की कमर तोड़ रखी है। गाजा के लगभग कई रिहायशी इलाकों को मिट्ठी के ढे़र में तबदील कर दिया है। इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने हमास के संसद भवन पर कब्जा कर लिया है। इजराइली सेना ने इसकी एक तस्वीर भी शेयर की है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि इजराइली सैनिक हमास की संसद में अपना झंडा लहराते हुए स्पीकर की कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं।
आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि इजरायली सेना के कुलीन गोलानी ब्रिगेड ने सोमवार को हमास संसद भवन पर कब्जा कर लिया। आईडीएफ सैनिकों को गाजा में संसद भवन में इजरायली झंडा लहराते हुए भी देखा गया। इजराइली सैनिक स्पीकर की कुर्सी पर बैठे हुए हैं। इजरायली सेना के मुताबिक आईडीएफ ने हमास की 24 बटालियनों में से 10 की प्रभावशीलता को तोड़ दिया है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि इजरायली सैनिक प्लान के मुताबिक काम कर रहे हैं और खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करते हुए सटीकता से हमास का खात्मा कर रहे हैं।
बता दें कि, 7 अक्टूबर को ही हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला किया था। इसमें 1400 नागरिकों की मौत हुई जबकि 240 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था। इसके बाद इजराइल सेना लगातार कई हफ्तों से गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है। इजरायल ने हमास के हजारों ठिकानों को तबाह किया है और इसमें लगभग 11000 लोगों की मारे जाने की खबर है। आईडीएफ ने हमास पर उत्तरी गाजा के प्रमुख अस्पतालों को अपने कमांड सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है और नागरिकों को एन्क्लेव के दक्षिणी हिस्से में स्थानांतरित होने के लिए कहा है।
गाजा पट्टी में अस्पतालों के आसपास चल रहे संघर्ष के कारण हजारों फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा में अंतिम बचे कुछ आश्रय स्थलों को छोड़कर जाना पड़ रहा है, जबकि बिजली नहीं होने और अन्य सामान की आपूर्ति कम होने के साथ अस्पतालों में नवजात शिशुओं सहित गंभीर रूप से घायल मरीज और उनके तीमारदार फंसे हुए हैं। इजराइल की सेना ने फलस्तीनियों से कहा है कि वे पैदल-पैदल सुरक्षित मार्गों से दक्षिणी इलाकों से निकल जाएं। हालांकि आम नागरिकों को हमास के चरमपंथियों से उन्हें अलग करने के उसके अभियान की भारी कीमत चुकानी पड़ी है और इलाके की कुल 23 लाख आबादी में से दो तिहाई से अधिक लोग अपने-अपने घर छोड़कर चले गए हैं।
इजराइल के सैनिकों ने सप्ताहांत में गाजा के शिफा अस्पताल को घेर लिया। अधिकारियों के अनुसार इस दौरान हजारों लोग इलाका छोड़कर चले गए, वहीं सैकड़ों रोगी और विस्थापित लोग वहीं फंसे रह गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा कि शिफा अब अस्पताल के रूप में काम नहीं कर रहा है। गाजा शहर के एक और अस्पताल अल-कुद्स को भी रविवार को बंद करना पड़ा। इसे संचालित करने वाले फलस्तीनी रेड क्रिसेंट समूह ने कहा कि आसपास इजराइली सैनिक तैनात हैं और करीब 6,000 रोगियों, चिकित्साकर्मियों तथा विस्थापितों को वहां से निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं।