लखनऊ। दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश देने वाली झांकी होगी। नगर भ्रमण करने वाली झांकियों से संबंधित कलाकार 11 रथ पर सवार होंगे, जो अपनी कला के जरिये रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे।
11 झांकियों में क्या क्या रहेगा
अयोध्या से 11 ट्रकों की झांकियां निकलेगी। जिसमें पुत्रेष्ठि यज्ञ एवं सबको सुरक्षा, भयमुक्त समाज, गुरूकुल शिक्षा एवं बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, राम सीता विवाह एवं बेटियों के विवाह हेतु सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था, अहिल्या उद्वार एवं मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालम्बन, 1090 एवं 1076 की सुविधा, पंचवटी/वन एवं पर्यावरण, रामेश्वरम सेतु एवं उप्र में पुलों का निर्माण, पुष्पक विमान एवं विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी, बेहतर वायु कनेक्टिविटी, केवट प्रसंग एवं समाज कल्याण, राम दरबार एवं बेहतर कानून व्यवस्था, शबरी-राम मिलाप एवं महिला कल्याण, लंका दहन एवं अपराधियों एवं भूमाफियाओं के विरूद्व अभियान की झांकियां होगी।
8 नवंबर को होगा आयोजन
झांकियों से जुड़ा आयोजन 8 नवंबर को होगा। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा दीपोत्सव है, जिसे भव्य और दिव्य बनाने के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। करीब 21 लाख दीप जलाकर राम की पैड़ी पर फिर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।
दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए अयोध्या की राम की पैड़ी एवं चौधरी चरण सिंह के 51 घाटों पर 21 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित करने के लिए 24 लाख से अधिक दीए 25 हजार से अधिक वालंटियर्स द्वारा सजाये और प्रज्ज्वलित किए जायेंगे।
इस बार 51 घाटों पर 21 लाख से अधिक दीपों को प्रज्ज्वलित किया जायेगा। इसके लिए घाटों पर 14 गुणे 14 के 12 हजार 500 ब्लाक बनाये जायेंगे, जिनमें 24 लाख दीए बिछाये जायेंगे।
दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए आठ नवम्बर से दीये बिछाने का काम होगा शुरू
- घाटों पर 14×14 का एक ब्लॅाक बनाया जायेगा, जिसमें 196 दीये सजाये जाएंगे
- 50 घाट पर 24 लाख दीये बिछाने के साथ 21 लाख से अधिक दीये प्रज्ज्वलित कर बनेगा विश्व रिकार्ड
- दीपोत्सव 2023 : 47 घाटों पर आसमान को जमीन पर उतारेंगे 25 हजार वॉलेंटियर्स
अयोध्या के 51 घाटों पर 21 लाख से अधिक दीए प्रज्ज्वलित कर विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए आवासीय परिसर सहित सम्बद्ध 27 महाविद्यालयों, 19 इंटरमीडिएट कॉलेज व 45 स्वयंसेवी संस्थाओं की बढ़चढ़ कर सहभागिता होगी। घाटों पर 24 लाख से अधिक दीप बिछाने के लिए 25 हजार से अधिक स्वयंसेवक शामिल होंगे। इनमें शिक्षक, छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स व स्वयंसेवक रहेंगे।
अयोध्या दीपोत्सव में हर वर्ष बढ़ती गई समृद्धि
- 2017 में 1.71 लाख
- 2018 में 3.01 लाख
- 2019 में 4.04 लाख
- 2020 में 6.06 लाख
- 2021 में 9.41 लाख
- 2022 में 15.76 लाख
दीपों का गिनीज रिकॉर्ड - 2023 में 24 लाख का लक्ष्य