नई दिल्ली। सेना के त्रिशक्ति कोर के जवानों ने बॉर्डर रोड्स और नागरिक प्रशासन की सहायता से मंगन-संकलांग में तीस्ता नदी पर दूसरे बेली ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही और राहत सामग्री जाना संभव हो गया है।
क्रॉसिंग स्थल पर नदी की चौड़ाई की वजह से एक द्वीप बन गया था। इस वजह से दो पुल बनाने का फैसला लिया गया। पहले पुल का काम 22 अक्टूबर को पूरा हुआ। सेना ने चौबीसों घंटे काम करते हुए दूसरा पुल 26 अक्टूबर को बना दिया। दोनो पुलों का उद्घाटन सेना, बीआरओ के अधिकारियों और नागरिक प्रशासन की मौजूदगी में उत्तरी सिक्किम के डीज़ोंगू के विधायक पिंटसो लेप्चा ने किया।
इलाके के लिए महत्वपूर्ण दो पुलों के बनने में त्रिशक्ति कोर के इंजीनियर सैनिकों का बड़ा योगदान रहा। आम लोगो की मदद के लिए बने दो बेली ब्रिज बहुत ही दुर्लभ पुल हैं। इनका निर्माण मुसीबत में फंसे लोगों के लिए राहत भरी खबर है।
सीमा सड़क संगठन (BRO) के बारे में:
सीमा सड़क संगठन की स्थापना भारत सरकार द्वारा 7 मई, 1960 को की गई थी। यह संगठन भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है। सीमा सड़क संगठन (BRO), भारत के सीमा क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण व रख-रखाव का कार्य करता है। इसके अलावा, इस संगठन ने भूटान, म्याँमार, अफगानिस्तान आदि मित्र देशों में भी सड़कों का निर्माण किया है।